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अनंतनाग मुठभेड़ में लांस नायक और हवलदार के बलिदान को सेना ने सलाम किया

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नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान लांस नायक और हवलदार के बलिदान को भारतीय सेना ने सलाम किया है। भारतीय सेना ने सीमा पार से घुसे 50-55 पाकिस्तानी आतंकवादियों का पता लगाने के लिए जम्मू क्षेत्र में लगभग 500 पैरा एसएफ कमांडो तैनात किए हैं। इसके अलावा लगभग 2500 अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करके दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन ‘सर्प विनाश’ चलाया जा रहा है।

सेना का कहना है कि मानवीय और तकनीकी खुफिया जानकारी के आधार पर यह पुष्टि हुई है कि 5 अगस्त को किश्तवाड़ रेंज से घुसपैठ करके आतंकवादी दक्षिण कश्मीर के कपरान गरोल इलाके में आए थे। राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस तब से लगातार उन पर नजर रख रही थी। शनिवार को दोपहर करीब दो बजे मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें सेना के हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा और दो आम नागरिक घायल हो गए। सभी को तुरंत मौके से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन हवलदार और लांस नायक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आतंकियों की गोलीबारी में घायल एक नागरिक ने भी रविवार सुबह दम तोड़ दिया।

सेना की चिनार कॉर्प्स ने रविवार को एक बयान में कहा कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारी जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। अनंतनाग के कोकरनाग के जंगल में आतंकवादियों के साथ यह मुठभेड़ उसी इलाके में हुई, जहां हमने पिछले साल सितम्बर में आतंकवादी हमले में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोनक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डिप्टी एसपी हुमायूं भट को खो दिया था।

भारतीय सेना ने क्षेत्र में घुसे 50-55 पाकिस्तानी आतंकवादियों का पता लगाने के लिए जम्मू क्षेत्र में लगभग 500 पैरा एसएफ कमांडो तैनात किए हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बाहर से लगभग 2500 सैनिकों को तैनात किया गया है। सेना की 9वीं कोर ने कठुआ क्षेत्र में पहले ही तैनाती बढ़ा दी है और जम्मू के विभिन्न स्थानों डोडा, भद्रवाह, किश्तवाड़, कठुआ, राजौरी, पुंछ, नौशेरा और अन्य क्षेत्रों में और अधिक सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) जवानों को शामिल किया है। सेना, पुलिस और सीएपीएफ जवानों के जरिए दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन ‘सर्प विनाश’ चलाया जा रहा है।

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