मध्यप्रदेश से यूपी तक फैला पशु तस्करी का नेटवर्क, बांदा बना तस्करों का गढ़
नरैनी थाना क्षेत्र से होकर गुजरते हैं चोरी के पशुओं से लदे कंटेनर

जन एक्सप्रेस बांदा। मध्यप्रदेश से उत्तर प्रदेश के रास्ते बड़े पैमाने पर हो रही पशु तस्करी का खुलासा हुआ है। जिले के नरैनी थाना क्षेत्र को इस अवैध तस्करी का केंद्र बताया जा रहा है, जहां से प्रतिदिन लाखों रुपये की कमाई की जा रही है। खास बात यह है कि इस पूरे नेटवर्क में पुलिस थानों के बीच में सक्रिय दलालों की मदद से कंटेनरों को सुरक्षित पार कराया जाता है। तस्कर गिरोह चोरी के पशुओं को ठूंस-ठूंस कर लोड करते हैं और उन्हें स्लाटर हाउस तक पहुंचाया जाता है।
इस तस्करी रैकेट का सरगना आयूब उर्फ अय्या बताया जा रहा है, जो नरैनी थाना क्षेत्र का निवासी है। आयूब की टीम में सतना, पन्ना और चित्रकूट के कई अपराधी शामिल हैं। यह गिरोह मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के इलाकों से रात के अंधेरे में कंटेनर के माध्यम से जानवरों की तस्करी करता है। पुलिस दबाव के चलते ये तस्कर कभी-कभी चित्रकूट बाइपास व शिवरामपुर होकर भरतकूप से सीधे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में घुस जाते हैं। गिरोह के सदस्य कई चारपहिया वाहनों से कंटेनरों की सुरक्षा व पुलिस गतिविधियों की रेकी करते हैं।
सूत्रों के अनुसार, आयूब अय्या ने इस अवैध धंधे से करोड़ों रुपये की संपत्ति बना ली है, जिसमें खेती योग्य जमीन, आलीशान मकान व महंगे वाहन शामिल हैं। समाजसेवियों का कहना है कि इस गोरखधंधे की पूरी रिपोर्ट जल्द ही पुलिस अधीक्षक और मुख्यमंत्री तक भेजी जाएगी। साथ ही आयूब द्वारा तस्करी से अर्जित अवैध संपत्ति को कुर्क कराने की मांग भी की जा रही है। प्रशासन से इस रैकेट के खिलाफ कठोर कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।