कैमरे के सामने ही फूट-फूट कर रोने लगीं बीजेपी सांसद
पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान एक भाजपा उम्मीदवार के टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा यौन उत्पीड़न की कथित घटना को याद करते हुए भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी भावुक हो गई। लॉकेट चटर्जी एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रही हैं। उन्होंने रोते हुए कहा कि क्या हम महिला नहीं, बंगाल में बदसलूकी हुई है। उन्होंने कहा कि बंगाल में एक के बाद एक घटना घट रही है मगर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला होने बाद भी चुप हैं। उन्होंने कहा कि आप बताइए हम लोग कहां जाएंगे। हम लोग भी महिला हैं और हम चाहते हैं कि हमारी बेटियों को बचाया जाए। मणिपुर की बेटी भी देश की बेटी है, पश्चिम बंगाल भी देश में हीं है।
बंगाल में खून के चुनाव हुए
भाजपा सांसद ने कहा कि बंगाल में पंचायत के चुनाव नहीं बल्कि खून के चुनाव हुए। इसमें बहुत हिंसा और महिलाओं के साथ अत्याचार हुए। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद भी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोक नहीं रही है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, हम इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन पश्चिम बंगाल में जो हुआ वह उतना ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुए चुनाव ‘पंचायत चुनाव’ नहीं बल्कि ‘खून का चुनाव’ रहे हैं। ये चुनाव महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा और अत्याचार के एक शर्मनाक दौर के अलावा और कुछ नहीं थे।
सुकांता मजुमदार का दावा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजुमदार ने कहा कि बंगाल में कुछ दिन पहले हुए पंचायत चुनाव में जो हिंसा हुई वह आप सबको पता है। उन्होंने कहा कि ये हिंसा पश्चिम बंगाल की राजनीति के साथ बहुत वर्षों से जुड़ी हुई है, लेफ्ट के शासनकाल में भी वहां हिंसा होती थी। मजुमदार ने कहा कि 2011 में ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों को अपनी सरकार आने के बाद आश्वासन दिया था कि ये हिंसा बंद होगी, लेकिन परिवर्तन कुछ नहीं हुआ बल्कि ममता जी की सरकार में हिंसा और ज्यादा बढ़ गई है।