सीबीआई का बड़ा एक्शन: ग्रेटर नोएडा यीडा के 24 बिल्डर प्रोजेक्ट्स पर जांच
बिल्डर-बैंक-प्राधिकरण के गठजोड़ की परतें खुलने को तैयार!

जन एक्सप्रेस: देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट सेक्टर में मचे घोटालों पर बड़ा शिकंजा कसते हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे यीडा के 24 बहुचर्चित बिल्डर प्रोजेक्ट्स की जांच शुरू कर दी है। अब तक जनता के भरोसे से खेले जा रहे इस रियल एस्टेट खेल की परतें एक-एक कर खुलने लगी हैं।
सीबीआई ने मांगी पूरी डिटेल – बिल्डर, बैंक और प्राधिकरण सबकी फाइलें खंगालने की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने तीनों प्राधिकरणों से जुड़े नोएडा के 9, ग्रेटर नोएडा के 11 और यीडा के 4 बड़े प्रोजेक्ट्स की विस्तृत जानकारियां मांगी हैं। जांच की जद में आने वाले बिल्डर्स में कई नामचीन कंपनियां शामिल हैं – सुपरटेक, जेपी ग्रुप, शुभकामना, एवीजे हाईट्स जैसे ब्रांड, जिन पर लोगों ने आंख मूंद कर भरोसा किया, अब सीबीआई की रडार पर हैं।
ईएमआई चलती रही, पजेशन नहीं मिला – कहां गया जनता का पैसा?
कई प्रोजेक्ट्स में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि बिल्डर्स ने बैंकों से सबवेंशन स्कीम के तहत लोन दिलवाए, लेकिन उस फंड का गलत इस्तेमाल किया गया। कुछ मामलों में तो बिल्डर्स ने खुद ही फर्जी लोन दिलवा दिए। न घर मिला, न लोन माफ हुआ – लेकिन ईएमआई आज भी बैंक खाते से कट रही है।
‘सपनों का घर’ बना सिर दर्द – क्या होगा अब?
ये जांच सिर्फ फ्लैटों की नहीं, हर उस आम भारतीय के सपनों की है जिसने अपनी जीवन भर की पूंजी लगाकर एक घर का सपना देखा था। अब सवाल यह है कि क्या सीबीआई की ये गहन जांच बिल्डर-बैंक-प्राधिकरण के इस त्रिकोणीय गठजोड़ का पर्दाफाश कर पाएगी?
आम जनता की उम्मीदें अब सीबीआई से
हजारों फ्लैट खरीदारों की निगाहें अब सीबीआई पर टिकी हैं। क्या दोषियों को मिलेगा सज़ा? क्या पीड़ितों को मिलेगा इंसाफ? और सबसे अहम – क्या रियल एस्टेट सेक्टर में फिर लौटेगा भरोसा?