उत्तर प्रदेश

जीजीआईसी में कर्मचारी नेता स्व. बीएन सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई

बलिया । कर्मरत्न बीएन सिंह की पुण्यतिथि पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद द्वारा गुरूवार को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिले भर से जुटे कर्मचारी नेताओं व कर्मचारियों ने स्व. बीएन सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।

पुण्यतिथि कार्यक्रम में कर्मचारी नेताओं ने स्व. बीएन सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहाकि 17 जुलाई 1927 को रायबरेली में जन्मे बीएन सिंह ने कर्मचारियों के हितों के लिए आजीवन संघर्ष किया। कहाकि विरले ही कर्मचारी नेता होते हैं जो अपना सबकुछ न्यौछावर कर देते हैं। कहा कि उन्होंने कर्मचारी हितों के लिए लखनऊ में अपनी जमीन बेच दी। वे धुन के पक्के व दूरदर्शी नेता थे। विपरीत विचारधारा वाले लोग भी उनके निगोशिएशन की प्रशंसा करते थे।

उनके कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1966 से ही बीएन सिंह ने राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद में अपना योगदान देना शुरू कर दिया था। केन्द्र के समान मंहगाई भत्ता दिलाने के लिए हुई हड़ताल में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

उन्होंने 1986 में राज्य कर्मचारियों को केंद्रीय चतुर्थ वेतनमान दिलाने के लिए निर्णायक संघर्ष किया। यही नहीं पांचवें वेतन आयोग की रिपोर्ट को भी 1996 में प्रदेश में लागू कराया। 1994 में 51 दिनों की हड़ताल कर दो प्रोन्नति वेतनमान कर्मचारियों को दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी बौद्धिक क्षमता से कर्मचारियों को विनियमितीकरण, स्थायीकरण, अवकाश नगदीकरण, मृतक आश्रितों का सेवायोजन, केन्द्र के बराबर मकान किराया भत्ता, सामूहिक बीमा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी में प्रोन्नति, केन्द्र के बराबर बोनस, सेलेक्शन ग्रेड, समयमान वेतनमान, प्रोन्नति वेतनमान, जीपीएफ पासबुक प्रणाली, अवकाश यात्रा सुविधा, मान्यता प्राप्त सेवा संघों के अध्यक्ष व मंत्रियों के स्थानांतरण पर रोक आदि सुविधाओं को दिलवाने में सफलता पायी। कर्मचारी नेताओं ने बीएन सिंह की पुण्यतिथि पर निष्ठा व ईमानदारी से अपना कर्तव्य पालन करने का संकल्प लिया।

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