कहार जाति को पिछड़े वर्ग में शामिल रखने का फैसला
अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले उप्र. पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग ने लिया निर्णय

जन एक्सप्रेस /लखनऊ: भाजपा और सपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बने अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले उप्र. पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग ने कहार जाति को पिछड़े वर्ग में शामिल रखने का फैसला लिया है। इसके राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई जिसमें कहार जाति को ओबीसी लिस्ट में शामिल करने का भी फैसला लिया गया। सहमति बनी कि कहार जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सूची से बाहर करने का कोई औचित्य नहीं है। इसे सूची में यथावत बनाए रखने का निर्णय लिया गया।
इस बैठक का उद्देश्य ओबीसी समुदायों के उत्थान और उनके अधिकारों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर प्रभावी निर्णय लेना था। बैठक की अध्यक्षता आयोग के अध्यक्ष राजेश वर्मा ने की, जिसमें उपाध्यक्ष सोहन लाल श्रीमाली, सदस्य सूर्य प्रकाश पाल और अन्य सदस्यगण शामिल हुए। मिल्कीपुर में वोटिंग 5 फरवरी को होगी और नतीजा 8 फरवरी के दिन आएगा। सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग मतदाताओं को रिझाने का कदम भी माना जा रहा है।
विमुक्त और घुमंतू जनजातियों को ओबीसी सूची में शामिल करने पर विचार किया गया
इसके अलावा विमुक्त और घुमंतू जनजातियों को ओबीसी सूची में शामिल करने पर विचार किया गया। इन समुदायों के समावेश के लिए विस्तृत जानकारी जुटाने और आगामी कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
राज्य तेल घानी बोर्ड के गठन का प्रस्ताव भी रखा गया
बैठक में तेल घानी व्यवसाय से जुड़े लोगों के विकास और उनके हितों की रक्षा के लिए राज्य तेल घानी बोर्ड के गठन का प्रस्ताव भी रखा गया। आयोग ने इस पर आगे की कार्रवाई के लिए अधिक जानकारी जुटाने का निर्देश दिया।