
देहरादून/ऋषिकेश | जन एक्सप्रेस ब्यूरो | चारधाम यात्रा की व्यवस्था को लेकर उत्तराखंड प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। इसी क्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिकेश स्थित चारधाम ट्रांजिट कैंप का निरीक्षण किया और यात्रियों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं का जमीनी स्तर पर आकलन किया।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्पष्ट कहा कि—
मा० मुख्यमंत्री का स्पष्ट संकल्प है कि श्रद्धालुओं का स्वागत ‘अतिथि देवो भवः’ की भावना के साथ हो। व्यवस्था में फंड की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।”
ट्रांजिट कैंप में सुविधाओं की हो रही पैनी निगरानी
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पंजीकरण केंद्र, चिकित्सा सुविधा, भोजन-आवास, पेयजल, टॉयलेट, साफ-सफाई और नेटवर्क ऑपरेटर कनेक्टिविटी जैसे बिंदुओं पर गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि—
भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं हो।
सभी टेंट और हैंगरों में पेयजल, चाय और भोजन की समुचित व्यवस्था हो।
ट्रांजिट कैंप में बनाए गए चिकित्सा केंद्रों में राउंड-द-क्लॉक हेल्थ चेकअप और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
शौचालयों की नियमित सफाई, सेनिटेशन और गंध नियंत्रण की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से तय की जाए।
डीएम बोले – जरूरत पड़ी तो उपलब्ध कराएंगे अतिरिक्त फंड
डीएम सविन बंसल ने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं में यदि किसी विभाग को अतिरिक्त फंड की आवश्यकता हो तो जिला प्रशासन तत्परता से फंड उपलब्ध कराएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि—
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई भी विभाग संसाधनों के अभाव का बहाना न बनाए।”
हर धर्मशाला, होटल और गुरुद्वारे में हों श्रद्धालुओं के लिए संपूर्ण इंतज़ाम
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि—
धर्मशालाएं, गुरुद्वारे और होटल तीर्थयात्रियों के ठहराव के लिए तैयार रहें।
भोजन, पानी, और टॉयलेट की सुविधा सभी स्थलों पर बराबर स्तर की हो।
किसी भी स्थान पर भीड़भाड़ या अव्यवस्था की स्थिति न बनने दी जाए।
निरीक्षण के दौरान ये अधिकारी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान एमएनए ऋषिकेश, उप जिलाधिकारी योगेश मेहर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके शर्मा, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।