स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और अवैध अस्पताल संचालन बर्दाश्त नहीं: डीएम
जनपद के निजी अस्पतालों और पैथालॉजी पर होगी सख्त निगरानी मानक के अनुरूप संचालन सुनिश्चित कराने हेतु तहसीलवार जांच टीम गठित, एक सप्ताह में देनी होगी रिपोर्ट

जन एक्सप्रेस/महराजगंज: जनपद में संचालित हो रहे निजी चिकित्सालयों, पैथालॉजी, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड केंद्रों की कार्यप्रणाली को मानक के अनुरूप सुनिश्चित कराने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने पूरे जिले में तहसीलवार जांच दलों का गठन किया है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित निजी स्वास्थ्य संस्थानों की गहन जांच करेंगे।
जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच दलों में संबंधित तहसील के उप जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा नामित अधिकारी, अधीक्षक/प्रभारी चिकित्साधिकारी तथा संबंधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष या निरीक्षक को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने टीमों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने आवंटित क्षेत्रों में संचालित अस्पतालों की जांच कर एक सप्ताह के भीतर विस्तृत जांच आख्या (रिपोर्ट) उपलब्ध कराएं।
साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि यदि किसी क्षेत्र में अवैध या अपंजीकृत हॉस्पिटल, पैथालॉजी, एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालित पाए जाएं, तो उनकी जांच कर सुसंगत विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
जिलाधिकारी श्री शर्मा ने कहा कि विगत दिनों जिले में अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और पैथालॉजी केंद्रों की शिकायतें गंभीरता से ली गई हैं। इसी के मद्देनजर यह जांच समिति गठित की गई है ताकि जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह कानूनी और गुणवत्तापूर्ण मानकों के अनुरूप संचालित हो सकें। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अवैध/अपंजीकृत संस्थानों के निरीक्षण, भ्रमण व जांच के लिए परतावल, पनियरा व सदर क्षेत्र में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश द्विवेदी और उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीर विक्रम सिंह, लक्ष्मीपुर व रतनपुर क्षेत्र में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. उमेश चन्द्रा व डॉ. अंग्रेश सिंह, फरेंदा, बृजमनगंज व धानी क्षेत्र में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नवनाथ राय व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज लाल,
तथा निचलौल, सिसवा, घुघली व मिठौरा क्षेत्र में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीरेंद्र आर्या व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अखिलेश यादव को नामित किया गया है। ऐसे में जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की अनियमितता या अवैध संचालन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच में लापरवाही बरतने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।






