भैंसौली में कोटेदार चुनाव को लेकर ग्रामीणों का भारी विरोध, सड़क को किया जाम

जन एक्सप्रेस/जौनपुर: सरपतहा भैंसौली में सोमवार को सरकारी राशन की दुकान के चयन को लेकर समूहों के बीच घंटों तकरार मची रही। इस दौरान चयन प्रक्रिया से बाहर किये गए समूह संचालकों ने जहां चयन समिति पर पक्षपात करने का आरोप लगाया वहीं समिति ने चयन प्रक्रिया को शासनादेश के अनुसार बताया।
दुकान के चयन को लेकर सोमवार दोपहर 12:30 बजे खुली बैठक बुलाई गई थी। जिसके चलते मौके पर सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। दुकान के लिए क्रमशः डॉ भीमराव अंबेडकर स्वयं सहायता समूह, विकास स्वयं सहायता समूह सहित कुल पांच समूहों ने आवेदन किया। चयन समिति के नोडल बनाए गए सहायक विकास अधिकारी (आइएसबी) ब्रह्मनन्द यादव ने शासनादेश का हवाला देते हुए पांचों समूहों में से 2016 में गठित डॉ भीमराव अंबेडकर स्वयं सहायता समूह तथा 2011 में गठित विकास स्वयं सहायता समूह को वरीयता देते हुए 2020 के बाद गठित अन्य तीनो समूहों को जो क्रमशः 2011 व 2016 में गठित थे, उन्हें चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया।
जिसके बाद उनके संचालकों ने प्रशासन पर पक्षपात पूर्ण कार्यवाही का आरोप लगाते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। बहरहाल इसी गहमागहमी के बीच चयन समिति की टीम ने दोनों चयनित समूहों का नाम उच्चाधिकारियों के पास यह कहते हुए भेज दिया कि चयन का अंतिम निर्णय उच्चाधिकारियों द्वारा लिया जाएगा। चयन टीम में एडीओ पंचायत जे पी मौर्य, जितेंद्र शाह, सचिव सत्यम दयाल आदि उपस्थित रहे।