
जन एक्सप्रेस, उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा के प्रमुख मार्ग यमुनोत्री हाईवे के तीन दिन से बंद होने से सैकड़ों श्रद्धालु रास्ते में ही फंसे हुए हैं। सिलाई बैंड और ओजरी के पास लैंडस्लाइड के चलते हाईवे का हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इसके अलावा स्याना चट्टी में यमुना नदी पर बनी झील अब भी बरकरार है, जिससे खतरा बना हुआ है।
यात्रा मार्ग को खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन कठिन भू-प्राकृतिक परिस्थितियों के चलते चुनौती बनी हुई है। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, हालांकि स्थानीय लोग और यात्रा से जुड़े संगठनों ने फंसे श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भोजन और ठहरने की व्यवस्था शुरू कर दी है।
वहीं गंगोत्री धाम की ओर यात्रा पूरी तरह सुचारु है और श्रद्धालु दर्शन कर पा रहे हैं। भारी बारिश के रेड अलर्ट के चलते चारधाम यात्रा पर लगाया गया चौबीस घंटे का प्रतिबंध राज्य सरकार ने हटा लिया है।
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी दी कि अब यात्रा जिलों में मौसम की स्थिति के आधार पर नियंत्रित की जाएगी।
चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, हेमकुंड साहिब सहित चारधाम में अब तक 19,000 से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। वहीं 2684 श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण कराया है।
यात्रियों से अपील की गई है कि वे मौसम की अद्यतन जानकारी लेकर ही यात्रा करें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।