भारतीय चिकित्सा संघ ने मनाया डॉक्टर्स डे

जन एक्सप्रेस/जौनपुर : भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा मंगलवार को डॉक्टर्स डे पर पक्का पोखरा स्थित ज्योत्स्ना भवन पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि स्व. उमानाथ सिंह राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय की प्रिंसिपल प्रो. डा रुचिरा सेठी रहीं। विशिष्ट अतिथि चिकित्सा अधीक्षक डा रफिक फारुकी रहे। अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष डा अभिषेक रावत ने किया। वहीं संचालन संस्था सचिव डा देवी प्रसाद पुष्पजीवी, कोषाध्यक्ष डा अब्दुल्लाह ने किया।
मुख्य अतिथि डा रुचिरा सेठी ने कहा कि एक जुलाई को डा बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है। डॉ. रॉय एक प्रसिद्ध चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री थे। कहा डॉक्टर का पेशा केवल इलाज नहीं, एक जीवित मानवता की सेवा है। सेवा, संवेदना और समर्पण ही इस पेशे की आत्मा है।” सभी डॉक्टरों को अपने कार्य में निष्ठा और ईमानदारी बनाए रखने की प्रेरणा दी और संस्था के पदाधिकारियों का अभिनंदन करते हुए सभी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दे पेशे के साथ न्याय करने की अपील की।
डा रफीक फारूकी ने अपने संबोधन में कहा कि “डॉक्टर केवल रोगों का उपचार नहीं करता, वह पीड़ा के अंधेरे में आशा की किरण बनता है।”
वहीं डा एस एल गुप्ता ने कहा कि हमारा पेशा इंसानियत की पहली पंक्ति में खड़ा प्रहरी है। जो हर परिस्थितियों में अपने फर्ज को निभाता है। डा डी के गुप्ता, डा के पी मिश्रा, डा ज्ञानचंद चित्रवंशी और डा ए के सिंह ने भी विचार रखे।