स्कूल बंद के विरोध में समाजवादियों का हल्ला-बोल: राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
स्कूल बंद हुये तो शिक्षा से वंचित हो जायेंगे गरीबों के बच्चे- महेन्द्रनाथ यादव

जन एक्सप्रेस/बस्ती : उत्तर प्रदेश में कम छात्र वाले प्राथमिक स्कूल को मर्ज किए जाने को लेकर राजनीतिक दलों ने योगी सरकार को घेर लिया है। शनिवार को समाजवादी पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने शनिवार को सपा जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ के नेतृत्व में परिषदीय विद्यालयो को जबरिया युग्मन किये जाने के विरोध में जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। 10 सूत्रीय मांग पत्र में कहा गया है कि विद्यालयों को बंद करने का निर्णय बच्चों के भविष्य के साथ अन्याय और शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुला उल्लंघन है। सरकार शिक्षा विरोधी इस निर्णय को तत्काल प्रभाव से वापस ले। न्याय मार्ग पर एकत्र समाजवादी नेता सरकार विरोधी नारा लगाते हुये डीएम कार्यालय तक पहुंचे और मांग किया कि सरकार विद्यालयों को बंद करने का अपना निर्णय वापस ले।
ज्ञापन देने के बाद सपा जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ ने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार गरीब बच्चों से शिक्षा का अवसर भी छीन लेना चाहती है। सरकार का उद्देश्य निजीकरण को बढावा देना है। इससे गरीब परिवारों के छात्र शिक्षा से ही वंचित हो जायेगे। मांग किया कि सरकार शिक्षा विरोधी इस निर्णय को तत्काल वापस ले।
विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, कविन्द्र चौधरी अतुल, वरिष्ठ नेता चन्द्रभूषण मिश्र, प्रवीण पाठक मो. स्वालेह, पूर्व जिलाध्यक्ष राजाराम यादव, जावेद पिण्डारी, मो. सलीम, अरविन्द सोनकर, आर.डी. निषाद, गुलाब सोनकर, देवेन्द्र श्रीवास्तव, गीता भारती आदि ने एक स्वर से कहा कि प्रदेश की योगी आदित्नाथ सरकार अपने तुगलकी शिक्षा विरोधी आदेश को तत्काल वापस ले।