
जन एक्सप्रेस देहरादून। उत्तराखंड में मॉनसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक राज्य के उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चंपावत और पिथौरागढ़ ज़िलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बढ़ते खतरे के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को उत्तरकाशी ज़िले के यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड और ओजरी बैंड के आपदा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। हाल ही में हुई भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्से बह चुके हैं, जिससे यमुनोत्री तीर्थ यात्रा पूरी तरह बाधित हो गई है।
7 से 10 जुलाई तक इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
7 जुलाई (सोमवार): देहरादून, टिहरी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना
8 जुलाई: नैनीताल, चंपावत, टिहरी, देहरादून, बागेश्वर में भारी बारिश
9 जुलाई: नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर में तेज़ बारिश का अलर्ट
10 जुलाई: नैनीताल और बागेश्वर में जारी रहेगा भारी बारिश का सिलसिला
मौसम विभाग ने इन इलाकों में तेज़ गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई है। प्रशासन ने सभी ज़िलों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिए हैं।
यमुनोत्री मार्ग अवरुद्ध, तीर्थयात्री फंसे
मुख्यमंत्री धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति का निरीक्षण किया। सिलाई बैंड और ओजरी बैंड के पास दो स्थानों पर मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध है। इससे न सिर्फ़ स्थानीय आवाजाही, बल्कि तीर्थयात्रा पर भी गहरा असर पड़ा है।सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राजमार्ग और पुलों की मरम्मत शीघ्र पूरी की जाए ताकि यात्रियों और स्थानीय निवासियों को राहत मिल सके।
प्रशासन की चुनौती बढ़ी, NDRF और SDRF सतर्क
राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। प्रशासन ने नदियों के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है और स्कूलों में छुट्टी, ट्रैफिक डायवर्जन और राहत शिविरों की व्यवस्था भी शुरू की गई है।