हजारों लोगों के बीच पंचतत्व में विलीन हो गया निर्वेर भाई का पार्थिव शरीर
सिरोही । हजारों लोगों का सैलाब, हर किसी की आंखें नम, एक झलक पाने को बेताब लोगों के हुजूम के बीच देखते ही देखते हजारोें आंखों से ओझल हो गया राजयेागी निर्वेर भाई का पार्थिव शरीर। प्रातः काल 9.30 बजे से उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। शांतिवन से लेकर मुक्तिधाम की दूरी चार किमी की दूरी तय करने में एक घंटे से अधिक समय लगा। मुक्तिधाम में विधि विधान से सौ साल की दादी राजयोगिनी रतनमोहिनी ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी। फिर अंग्नि ने अपने आंचल में राजयोगी बीके निर्वेर भाई के शरीर को समा लिया। राष्ट्पति द्रोपदी मुर्मू ने देहावसान पर गहरा दुख जताते हुए शोक संदेश भेजा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीके निर्वेर के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए शोक सन्देश भेजा। साथ ही, राजस्थान के पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे सिंधिया ने भी संवेदना व्यक्त की।
इससे पूर्व उनके पार्थिव शरीर को कांफ्रेस हाॅल के पोर्च में रखा गया। जहाॅं शांतिवन के सुरक्षा गार्डो ने उन्हें सलामी देते हुए सम्मान प्रकट किया। फिर संस्थान से लोग अपने कंधों पर लेकर महादानी काटेज ले गये। फिर वहाॅं कुछ देर के लिए शव रखा गया। फिर दादी काॅटेज के सामने से गुजरा। उनके पार्थिव शरीर को सजे सजाये वाहन से ले जाया गया। शव वाहन को 30 मोटरसाईकिल सवार एस्काटर् कर रहे थे। तलहटी तिराहे पर टैक्सी यूनियन के लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके बाद ट्राेमा सेन्टर तथा तपोवन होते हुए मुक्तिधाम पहुंचा।
इस दौरान आबू पिण्डवाड़ा विधायक समाराम गरासिया, आबू रोड रेवदर विधायक मोतीराम कोली, उदयपुर जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल, जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्साधिकारी डाॅ राजेश कुमार, बीजेपी के जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी , कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनन्द जोशी, संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके जयंती, मीडिया प्रमुख बीके करुणा, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, निर्वैर भाई के परिजन समेत ग्लोबल अस्पताल के पदाधिकारी समेत सैकड़ों का लोगो का हुजूम मौजूद रहा।