उत्तर प्रदेशजौनपुरराज्य खबरें

कुख्यात गो तस्कर शहाबुद्दीन गिरफ्तार

बिहार के माफिया शहाबुद्दीन को बताता है अपना अपराधिक गुरू

जन एक्सप्रेस/जौनपुर: जौनपुर खेतासराय,अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत खेतासराय पुलिस टीम ने बीती रात एक कुख्यात गो तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 315 बोर का एक तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया है।
पुलिस ने दावा किया कि यह जिले का बड़ा अपराधी है।
बिहार के माफिया शहाबुद्दीन से प्रभावित होकर यह अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है। पिछले सात वर्ष से यह गो तस्करी के धंधे का बड़े पैमाने पर जिले में संचालन कर रहा है। इसके इशारे पर पशुपालकों के दरवाजे से खूंटे में बंधे भैंस, गाय अन्य पशुओं को खोलकर बिहार तस्करी के लिए भेजा जाता है। गो तस्करी में यह पहले भी जेल जा चुका है। मौजूदा समय जमानत पर छूटा था।
खेतासराय थाना प्रभारी प्रदीप सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि जिले का कुख्यात गो तस्कर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए खेतासरॉय थाना अंतर्गत बादशाही पुलिया के पास अपने गिरोह के लोगों के साथ मौजूद हैं। थाना प्रभारी श्री सिंह अपने साथ उप निरीक्षक तारिक अंसारी, हेड कांस्टेबल मनोज यादव, विनोद प्रजापति के साथ मौके पर पहुंच कर गो तस्कर को ललकारते हुए घेराबंदी की। हालांकि गो तस्कर मौके से भागना चाहा लेकिन मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उसे पकड़ लिया।
पुलिस टीम ने उसकी तुरंत जामा तलाशी ली तो उसके पास से 315 बोर का एक तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। वहां से पुलिस टीम उसे लेकर खेतासराय थाने ले आई यहां उसकी पहचान
शहाबुद्दीन पुत्र निजामुद्दीन निवासी ग्राम लेदरही थाना खेतासराय जिला जौनपुर के रूप में हुई।
थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि अभियुक्त के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 215/2025 धारा-3/25 आर्म्स एक्ट में पंजीकृत कर सम्बन्धित न्यायालय में चालान भेज दिया गया है।

जिले का कुख्यात अपराधी है शहाबुद्दीन
खेतासराय
खेतासराय थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि गिरफ्तार गो तस्कर शहाबुद्दीन पुत्र निजामुद्दीन निवासी ग्राम लेदरही थाना खेतासराय जिला जौनपुर के खिलाफ जिले के विभिन्न थाना में गंभीर मुकदमे दर्ज है। थाना सरपतहाँ में उसके खिलाफ वर्ष 2024 में धारा 109(1) बीएनएस व 3/5ए/8 गौ हत्या निवारण अधिनिय, 11 पशु क्रूरता अधि0 व 3/25 आर्म्स एक्ट,
थाना खेतासराय में वर्ष 2019 में धारा 147/323/336/504/506 के तहत पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button