गैरसैंण का विकास भाजपा ही कर सकती है : डा. प्रेमचंद अग्रवाल
देहरादून। जिन राजनेताओं के लिए गैरसैंण वोट का माध्यम बनता था वही राजनेता गैरसैंण में बजट सत्र के नाम पर ध्रुवीकरण की राजनीति कर रहे हैं। तीन साल बाद गैरसैंण में सरकार एक बार फिर बजट सत्र का करने जा रही है। इस बारे में शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि गैरसैंण का विकास भाजपा ही कर सकती है।
13 मार्च से शुरू होने वाले इस बजट सत्र से पूर्व एक बार फिर राजधानी के मुद्दे पर राजनीतिक माहौल गरमा रहा है, मुद्दा है गैरसैंण की उपेक्षा का। भाजपा ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी तो घोषित कर दिया लेकिन सालों तक यहां सत्र का आयोजन न कराने और विकास कार्य न कराने को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर निशाना साध रहा है। पहाड़ के लोगों में भी सरकार के इस रवैये को लेकर नाराजगी है।
हालांकि भाजपा नेताओं के बयानों से इस तरह के संकेत जरूर मिल रहे हैं कि इस बार सीएम धामी गैरसैंण राजधानी को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। यह घोषणा क्या होगी? यह समय ही बताएगा लेकिन कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि भाजपा घोषणाओं की राजनीति बंद करें और गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी घोषित करें। सरकार यहीं से सर्वकालिक कार्यों का संचालन करें जैसे अब तक देहरादून से होते आए हैं। कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह का कहना है कि घोषणाएं तो पहले भी होती रही हैं, ग्रीष्मकालीन राजधानी और कमिश्नरी बनाने की घोषणा भाजपा ने ही की थी।
राजधानी गैरसैंण का नाम राज्य गठन से पूर्व ही चर्चाओं के केंद्र में आ गया था लेकिन दो दशक तक राज्य का राजकाज अस्थाई राजधानी देहरादून से ही संचालित होता रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने गैरसैंण में भूमि पूजन कर गैरसैंण राजधानी की नींव तो रख दी गयी थी, लेकिन बीते 10 सालों में यह भवन निर्माण और चंद दिनों के कुछ गिनती के विधानसभा सत्रोंं के आयोजनों की महज एक औपचारिकता ही पूरी की जाती रही है। इसे लेकर पहाड़ के लोगों की नाराजगी स्वाभाविक ही है। लोग चाहते हैं कि प्रतीक और दिखावे की राजनीति जो गैरसैंण राजधानी को लेकर अब तक होती रही है, वह बंद होनी चाहिए और सरकार कोई ठोस फैसला करें।
गैरसैंण राजधानी को लेकर सरकार यहां अवस्थापना कार्यों पर ढाई से तीन सौ करोड़ का खर्चा कर चुकी है। भाजपा सरकार का कहना है कि वह गैरसैंण को राजधानी के रूप में विकसित कर रही है। संसदीय कार्यमंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि केवल भाजपा ही गैरसैंण का विकास कर सकती है। कांग्रेस ने अब तक केवल राजनीति की है। हम उत्तराखंड को गैरसैंण के रूप में सुविकसित राजधानी देंगे। इसके लिए व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं।