बांदा : जिले के सबसे बड़े गांजा तस्कर को दो माह बाद भी नहीं पकड़ पायी थाना पुलिस?
सपा-बसपा सरकारों का पोषित है जिले का सबसे बड़ा गांजा तस्कर मोहित निगम
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भाजपा की सरकार आते ही पुलिस ने कई बार मोहित निगम को गांजा की बड़ी खेप के साथ पकड़ा।
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बांदा पुलिस को गैंगस्टर जैसी कार्यवाही नहीं करनी चाहिए जिले के सबसे बड़े गांजा तस्कर मोहित निगम के ऊपर
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गांजा तस्करी से बनाई करोड़ों-अरबों की सम्पत्ति
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गांजा तस्कर की हनक तो देखिए यहीं दिनभर बांदा शहर में खुलेआम घूमता है
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पुलिस को गुमराह कर जेल जाने से बचना चाहता है जिले का सबसे बड़ा गांजा तस्कर
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क्या बांदा पुलिस को गुमराह कर पाऐगा तस्कर मोहित निगम
क्षेत्राधिकारी सदर ने बताया कि बीते दो माह पूर्व 101 किलो(एक कुंतल) गांजा की खेप में ५ आरोपियों ने फरार तस्कर का नाम लिया था लेकिन आरोपी ने कुछ साक्ष्य दिऐ हैं जिनकी जांच चल रही है।विवेचक साक्ष्यों की जांच कर रहे हैं।आगे कार्यवाही की जाएगी।
जन एक्सप्रेस/प्रदीप कुमार त्रिपाठी
बांदा। आपको बताते चलें कि मामला बांदा जिले के पैलानी थाने का है जहां क्षेत्राधिकारी सदर अजय कुमार सिंह की टीम ने चेकिंग के दौरान १०१किलो गांजा की खेप पकड़ी थी और उसी खेप में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिन्होंने फरार तस्कर मोहित निगम का नाम लिया था लेकिन दो माह बाद भी पुलिस की गिरफ्तर दूर है और जब जन एक्सप्रेस संवाददाता ने क्षेत्राधिकारी से इस मामले में बात की तो क्षेत्राधिकारी सदर ने बताया कि मौके वारदात में पकड़े गए आरोपियों ने फरार गांजा तस्कर मोहित निगम का नाम लिया था और आरोपी मोहित निगम ने अपने कुछ साक्ष्य दिऐ हैं जिनकी जांच विवेचक कर रहे हैं।आगे जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
आइये जानते हैं कौन है जिले का सबसे बड़ा गांजा तस्कर मोहित निगम
आपको बताते चलें कि ये सपा-बसपा सरकारों में सेटिंग व राजनीतिक दबाव के कारण भारी मात्रा में खुला गांजा तस्करी करता था और इस गांजा तस्करी के लिए इसने नये लड़कों का इस्तेमाल किया खुद घर में बैठा रहता है और लड़कों से फोन व रूपयों के लालच के माध्यम से मंडल के सभी जिलों में गांजा तस्करी कराता रहा और गांजा तस्करी करके करोड़ों रुपए की संपदा चल-अचल खड़ी कर ली लेकिन जबसे सूबे में भाजपा की सरकार आयी तब से मानों मोहित निगम की सामत ही आ गयी बांदा पुलिस ने तस्कर मोहित निगम पर कसाव कसना शुरू किया और निगरानी कर इसे सैकड़ों किलो गांजा के साथ इसकी सभी नम्बर दो नम्बर की गांजा तस्करी में इस्तेमाल होने वाली लक्जरी गाड़ियों को भी सीज किया जो आज भी पुलिस लाइन में जंग खा रही हैं। लेकिन पुलिस इसके हौसले को नहीं तोड पायी अब मोहित थोड़ा सतर्क हो गया और अब पुलिस को दिखाने के लिए खुद अपने घर में रहता इस तस्कर के घर में कैमरे लगे हैं और फोन के माध्यम से गांजा तस्करी नये नये लड़कों से कराता है ताकि पुलिस की आंखों में धूल झोंक सके।इस गांजा तस्कर मोहित निगम के ऊपर गांजा तस्कर के कई बड़े मुकदमे दर्ज हुऐ और पुलिस ने जेल भी भेजा लेकिन रूपयों से मजबूत होने के कारण ये तुरंत जेल से बाहर आ वापस गांजा तस्करी में लग जाता है। लेकिन आज तक पुलिस इस गांजा तस्कर के ऊपर लगाम नहीं लगा पायी।जिसकी बानगी दो माह पूर्व 101 किलो गांजा के साथ पकड़े गए आरोपी हैं।
मोहित निगम के पास जेल से भी आते हैं फोन
आपको बताते चलें कि जिले के सबसे बड़े गांजा तस्कर के पास बाहर ही नहीं बल्कि जेल के पीसीओ से भी फोन आते हैं और जिससे ये अपने पकड़े गए तस्करों की मदद करता है ।
रूपयों के लालच के चक्कर में नये-नये लड़कों की जिंदगी बर्बाद कर उसे गांजा तस्कर बना दिया आज भी जिले में गांजा तस्करी में सबसे पहला नाम मोहित निगम का आता है।
इससे पहले भी कई बार पुलिस के हाथ सिर्फ खाली ही रह गए हैं। या तो मोहित निगम ने उन्हें खरीद लिया या फिर उन सख्त अफसरों का ट्रांसफर हो गया।