प्रधानमंत्री का संदेश “महाकुम्भ का एक ही संदेश, एकता से ही अखण्ड रहेगा यह देश”
मीडिया ने प्रयागराज की छवि को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने का कार्य किया

जन एक्सप्रेस/लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज महाकुम्भनगर में प्रयागराज महाकुम्भ-2025 की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। समीक्षा के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुम्भ आ रहे हैं। अनेक विदेशी श्रद्धालु भी संगम में स्नान कर अभिभूत नजर आ रहे हैं। यूरोप से जुड़े कुछ पर्यटक उनसे मिलने आए और प्रयागराज की महिमा का जिस भाव से गान किया, वह अभिभूत करने वाला था। वो हिन्दी और संस्कृत नहीं जानते, लेकिन हिन्दी चौपाई, संस्कृत के मंत्रों, अवधी चौपाइयों और सनातन धर्म से जुड़े स्त्रोत और मंत्रों को सस्वर गा रहे थे। मां गंगा और यहां के धामों के प्रति श्रद्धाभाव उनमें देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संदेश भी यही है कि ‘महाकुम्भ का एक ही संदेश, एकता से ही अखण्ड रहेगा यह देश’। एकता और अखण्डता के संदेश के साथ हम सभी जुड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ प्रयागराज पूरी भव्यता के साथ आयोजित हो रहा है। महाकुम्भ के लिए प्रधानमंत्री ने जो विजन दिया है, उसे स्थानीय स्तर पर लागू करने के लिए सभी लोग पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया ने प्रयागराज की छवि को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने का कार्य किया है। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के मुख्य स्नान पर्व सम्पन्न हो चुके हैं और अब आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 03 फरवरी को बसंत पंचमी के दो बड़े महास्नान होने हैं। यही इस महाकुम्भ की शोभा भी हैं। 07 हजार से अधिक संस्थाएं अब तक महाकुम्भ क्षेत्र में आ चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन्होंने पूरे महाकुम्भ क्षेत्र का एरियल सर्वे किया है। यदि प्रातःकाल से संगम तट पर स्नान करने वालों और यहां रहने वाले कल्पवासियों के साथ ही, अन्य संस्थाओं से जुड़े हुए लोगों की पूरी संख्या को देखें, तो एक करोड़ से अधिक लोग यहां मौजूद हैं। इतनी बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पूरी तत्परता से यहां पर केंद्र और राज्य सरकार के सभी विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं। भव्य, दिव्य और डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना को साकार करने के साथ ही, श्रद्धालुओं की आस्था को सम्मान देते हुए आधुनिकता के साथ जोड़ने का कार्य हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ क्षेत्र में सुव्यवस्था के लिए उन्होंने बीच में यहां पर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, डी0जी0पी0 और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा था। आज एक बार फिर हमने अगामी 29 जनवरी और 03 फरवरी के महास्नानों को ध्यान में रखते हुए पूरी व्यवस्था का निरीक्षण किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि भगवान प्रयागराज और मां गंगा की कृपा से हम लोग यहां पर इन दोनों स्नानों को सकुशल सम्पन्न करने में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में मा0 राष्ट्रपति, मा0 उपराष्ट्रपति, मा0 प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इस समय महाकुम्भ के आयोजन से जुड़े हुए हैं। विभिन्न राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रीगण लगातार यहां आ रहे है। मा0 उच्चतम न्यायालय और विभिन्न मा0 उच्च न्यायालयों के न्यायमूर्तिगण और विभिन्न राज्यों के जनप्रतिनिधिगण भी लगातार यहां आकर स्नान कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाखों की संख्या में संतों, कल्पवासियों की उपस्थिति वर्तमान में प्रयागराज में है। अनेक धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। चाहे देशी हो या विदेशी, सभी संगम में स्नान कर अभिभूत हो रहे हैं।