महाकुम्भ का सफल आयोजन संतों की कृपा : मुख्यमंत्री
महाकुम्भ सामाजिक समता और समरसता का महापर्व

जन एक्सप्रेस/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि महाकुम्भ का सफल आयोजन संतों की कृपा है। महाकुम्भ सामाजिक समता और समरसता का महापर्व है। जाति-वर्ग अथवा किसी भी अन्य प्रकार के भेदभाव से परे होकर पूरा देश त्रिवेणी तट पर एकजुट होकर पुण्य स्नान का लाभ प्राप्त कर रहा है। एकता के इस महाकुम्भ पर त्रिवेणी तट से पूरी दुनिया में अखण्ड भारत का संदेश गूंज रहा है।
मुख्यमंत्री जी स्वयं एक सिद्धपीठ के संत, उनके नेतृत्व में महाकुम्भ का सफल आयोजन हो रहा, आज पूरी दुनिया में सनातन संस्कृति गौरवान्वित हो रही : श्री मोरारी बापू
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज महाकुम्भनगर में परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद मुनि के शिविर में चल रही पूज्य मोरारी बापू की कथा के दौरान व्यक्त किए। मुख्यमंत्री जी के शिविर में पहुंचने पर व्यासपीठ पर उपस्थित श्री मोरारी बापू ने ’साधु!साधु! कहकर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी स्वयं एक सिद्धपीठ के संत हैं। उनके नेतृत्व में महाकुम्भ का सफल आयोजन हो रहा है और आज पूरी दुनिया में सनातन संस्कृति गौरवान्वित हो रही है।
महाकुम्भ सामाजिक समता और समरसता का महापर्व
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री जी को बुद्धि, शुद्धि और सिद्धि का अद्भुत संगम कहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी में एक शासक, साधक और उपासक का विलक्षण समन्वय है। मुख्यमंत्री पद का दायित्व निर्वहन हो या गोरक्षपीठाधीश्वर की जिम्मेदारी, मुख्यमंत्री जी ने अपने विचारों और कार्यों से देश, समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा दी है