
जन एक्सप्रेस/देहरादून(उत्तराखण्ड) : उत्तराखंड में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सेतु आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग ने संयुक्त रूप से ‘तेरे मेरे सपने’ अभियान शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह अभियान महिलाओं को कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न (PoSH) और घरेलू हिंसा से बचाने, विवाह से पूर्व संवाद को प्रोत्साहित करने और कौशल विकास के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने पर केंद्रित होगा।
गुरुवार को सचिवालय में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर और सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर उन्होंने अभियान के उद्देश्यों और राज्य सरकार की प्रतिबद्धताओं पर प्रकाश डाला।
महिलाओं को मिलेगा जागरूकता और प्रशिक्षण
इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं को विभिन्न कानूनी अधिकारों, सुरक्षा उपायों और आत्मरक्षा से जुड़ी जानकारियां दी जाएंगी। साथ ही, उन्हें रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देकर आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भी कार्य होगा।
महिला आयोग का अनुभव बनेगा आधार
राष्ट्रीय महिला आयोग अपने दशकों के अनुभव के आधार पर महिलाओं को प्रशिक्षित करेगा और उन्हें जागरूकता कार्यक्रमों से जोड़कर समाज में उनकी भूमिका को सशक्त बनाएगा।
धामी सरकार की प्राथमिकता में महिला सुरक्षा
सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी ने कहा कि यह पहल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की महिला सशक्तीकरण नीति का एक सशक्त उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राज्य में तेजी से सामाजिक बदलाव हो रहा है, और ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा और भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।