तय समय पर नालों की सफाई नहीं करने पर निगम कंपनी पर लगाएगी भारी जुर्माना
जयपुर । मानसून दस्तक देने की तैयारी में है, लेकिन अभी तक शहर में बने नालों की नगर निगम सफाई नहीं करवा पाई है। शनिवार को नालों को साफ करने की अंतिम डेडलाइन है। अब इसके बाद जितने भी दिन शहर में नालों की सफाई लगेंगे, उसी हिसाब से दोनों निगम कम्पनी पर जुर्माना लगाएगा। हालांकि अब तक यह देखने में आया है कि काम में देरी करने पर भी निगम कम्पनियों पर दरियादिली दिखाते आ रहे है। क्या इस बार निगम प्रशासन तय नियमों के अनुसार सख्ती बरतेगा।
निगम के अधिकारियों का कहना है कि नालों की तय समय में सफाई नहीं हो पाई है। ऐसे में अब जो दिन नालों की सफाई में लगेंगे उसकी हिसाब से कम्पनी पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि नियम तो यह है कि हर काम का एक समय तय होता है जो कि टेंडर में मेंशन किया जाता है। दोनों निगमों ने कम्पनियों को करीब दो माह का समय दिया था और दिन के हिसाब से नालों की सफाई करनी होती है। जितनी देरी उसी हिसाब से उस पर लगातार जुर्माना लगया जाता है। लेकिन निगम के अधिकारी इस काम में भी सांठगांठ के चलते लापरवाही बरतते है।
हैरिटेज नगर निगम क्षेत्र में 435 नाले है। इनमें से करीब 80 फीसदी नालों की सफाई हो चुकी है औरअभी भी 20 प्रतिशत नालों की सफाई की जानी है। कई जगहों पर नालों की सफाई हो गई, लेकिन वहां से कचरा नहीं उठाया गया। वहीं ग्रेटर निगम में अभी तक 715 नालों में से 663 नालों साफ किया जा चुका हैं तथा 52 नालों की सफाई होना शेष है।
महापौर दिखा रही सक्रियता, अफसर ढीले
शहर में नालों की मानसून के पहले सफाई करवाने को लेकर दोनों निगमों की महापौर सक्रिय नजर आई। लगातार दोनों निगमों की महापौर शहर का दौरा कर नालों की सफाई का जायजा लेने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश दे रही है। लेकिन इस मामले में निगम के अफसर ढीले पड़े हुए है। इस कारण इस काम में जुटी कम्पनी सही तरीके से काम नहीं कर रही है। शुक्रवार को हैरिटेज निगम महापौर ने नालों की सफाई को लेकर शहर का दौरा किया था और खामियां देखकर अफसरों की क्लास लगाई थी। उधर ग्रेटर निगम महापौर ने भी शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक लेकर नालों की सफाई कार्यो की समीक्षा की और धीमी गति के काम देखकर अधिकारियों को फटकार लगाने के साथ काम में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।