
जन एक्सप्रेस/देहरादून(उत्तराखंड) : मुख्यमंत्री के सुशासन संकल्प और जनसेवा दृष्टिकोण को धरातल पर उतारते हुए देहरादून जिला प्रशासन पेयजल आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं के त्वरित समाधान में पूरी सक्रियता से जुटा है। 14 अप्रैल से 12 जून तक जिले के कंट्रोल रूम को पेयजल संबंधी कुल 133 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 129 का समाधान कर दिया गया है।
जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर पेयजल संकट के समाधान हेतु एडीएम की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित की गई है, जो नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर रही है। साथ ही 20 अप्रैल से सात विभागों के सक्षम अधिकारी 24×7 जिला कंट्रोल रूम में तैनात हैं, ताकि हर शिकायत का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
जिलाधिकारी ने जनता से जल संरक्षण में सहयोग की अपील करते हुए कहा, “जल जीवन का आधार है। नागरिक जल के महत्व को समझें और इसके संरक्षण में अपनी भूमिका निभाएं।”
कुछ प्रमुख मामलों का समाधान:
भाऊवाला, भगवानपुर ग्राम : पेयजल बाधित होने की शिकायत पर अधिशासी अभियंता ने मौके का निरीक्षण कर समस्या का समाधान किया। अब क्षेत्र में मानक के अनुसार 55 एलपीसीडी आपूर्ति की जा रही है। गर्मी के चलते जहां मांग अधिक है, वहां टैंकरों से भी सप्लाई दी जा रही है।
काली मंदिर एन्क्लेव : यहां चार दिन से जलापूर्ति बाधित थी। जांच में पता चला कि जीएमएस रोड स्थित उर्ध्व जलाशय को भरने वाली मोटर 7 जून की रात खराब हो गई थी, जिसे अगले ही दिन 8 जून को ठीक कर आपूर्ति बहाल कर दी गई।
अंबीवाला क्षेत्र : सड़क पर जल रिसाव की शिकायत पर जांच में पता चला कि उपभोक्ता की व्यक्तिगत लाइन से रिसाव हो रहा था। उसे तत्काल ठीक कर समस्या का समाधान कर दिया गया।
पेयजल संकट वाले क्षेत्रों पर विशेष नजर
डीएम के निर्देश पर पेयजल संकट से जूझ रहे इलाकों में नलकूपों और ट्यूबवेलों पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जल संस्थान व जल निगम के डिवीजनों में टोल फ्री नंबरों के जरिए भी जनसंपर्क बनाए रखा गया है।
शिकायत दर्ज कराने के लिए कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 0135-2726066 या 1077 पर कॉल की जा सकती है।