अवैध अस्पताल का ‘काली करतूत कांड’! तिंदवारी रोड पर डॉक्टर अनुराग की मनमानी से जनता हलकान, अफसर बेखबर
हॉस्पिटल" नहीं 'हॉररस्पिटल'! बिना लाइसेंस चल रहा अनुराग नर्सिंग होम बना जान का खतरा – जल्द पहुंचेगी शिकायत CM योगी के दरबार!

बांदा/जन एक्सप्रेस जिले में अवैध अस्पतालों का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है और तिंदवारी रोड स्थित “डॉ. अनुराग श्रीवास्तव” का ‘नर्सिंग होम’ इस गोरखधंधे का खुला उदाहरण बन चुका है। बिना किसी सरकारी परमिशन, फायर एनओसी, स्वास्थ्य मानकों या वैध इजाजत के यह अस्पताल न सिर्फ संचालित हो रहा है, बल्कि जनता की जेब पर खुलेआम डाका डाल रहा है।
सवालों के कटघरे में स्वास्थ्य विभाग!
जिला स्वास्थ्य निरीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की चुप्पी संदेहास्पद है। क्या किसी “ऊँची पहुंच” या “मोटे लिफाफे” ने अफसरों की आंखें मूंद दी हैं?
वहीं कुछ बड़े अखबारों में इस अवैध हॉस्पिटल का तारीफों भरा विज्ञापन छपना यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या अब पत्रकारिता की कलम भी गिरवी रखी जा चुकी है?
नाला कब्जा, सड़क जाम, पार्किंग जीरो!
डॉ. अनुराग का यह हॉस्पिटल सरकारी नाले पर अवैध कब्जे के साथ चल रहा है। तीमारदारों की गाड़ियाँ सड़क पर खड़ी कर दी जाती हैं, जिससे आम राहगीरों को जाम की समस्या झेलनी पड़ती है।
न फायर सेफ्टी, न इमरजेंसी प्लानिंग — और न ही कोई वैध मेडिकल अथॉरिटी की मुहर!
मौत का कुआं बना हॉस्पिटल – अब होगी सीधी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में!
एक जिम्मेदार समाजसेवी जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर इस गैरकानूनी अस्पताल की शिकायत करने जा रहे हैं।
सवाल ये है कि इससे पहले कोई अप्रिय घटना हो जाए, क्या प्रशासन जागेगा?
अवैध अस्पतालों पर प्रशासनिक मौन अब बर्दाश्त नहीं!”
बांदा जिले में सैकड़ों अवैध हॉस्पिटल-क्लिनिक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना डॉक्टर की डिग्री और बिना किसी मेडिकल सुविधा के लोगों की जान से खेल रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार विभाग या तो सपनों में सो रहा है या चुपचाप सब देख रहा है।
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