किसान किसी के सामने हाथ न फैलाएं, यह केंद्र व राज्य सरकार का उद्देश्यः सीएम योगी

जन एक्सप्रेस, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित ‘कृषिका- खेती से समृद्धि की ओर’ कार्यक्रम में किसानों को प्रोत्साहित किया और खेती के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की आय बढ़ाने और खेती को समृद्ध बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। यूपी में 70% भूभाग ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आधारित है, और प्रदेश की 161 लाख हेक्टेयर भूमि पर खेती होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नदाता किसानों की मेहनत और सरकार के प्रयासों से यूपी खाद्यान्न उत्पादन में फिर से अपनी पहचान बना रहा है।
खेती में तकनीक और नवाचार का योगदान
मुख्यमंत्री ने खेती में तकनीक और नवाचार की सफलता को लेकर कहा कि आधुनिक तकनीक और प्राकृतिक खेती के उपयोग से किसानों की आय में वृद्धि हो रही है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए गंगा के किनारे के 27 जिलों और बुंदेलखंड के 7 जिलों में अभियान चलाया जा रहा है। प्राकृतिक खेती से प्रति एकड़ 12-15 हजार रुपये की बचत होती है। यूपी में 3500 से अधिक किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाए गए हैं, जो किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान कर रहे हैं।
किसानों के सफलता की मिसालें
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में यूपी के किसानों की सफलता की प्रेरक कहानियां साझा कीं। बिजनौर के एक किसान ने 10 एकड़ भूमि पर खेती कर सालाना एक करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। एक अन्य किसान ने प्रति एकड़ 860 क्विंटल गन्ना उत्पादन कर कीर्तिमान स्थापित किया। पिपरमिंट और आम जैसे उत्पादों का विदेशों में निर्यात भी यूपी के किसानों की सफलता का उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के किसानों में क्षमता है कि वे राज्य को खाद्यान्न उत्पादन में विश्व में अग्रणी बना सकते हैं।
खाद्यान्न उत्पादन में यूपी का योगदान
सीएम योगी ने कहा कि यूपी देश की 17% आबादी का निवास स्थान है और देश की कुल कृषि योग्य भूमि का 11% हिस्सा यहां है। इसके बावजूद, यूपी में देश का 20% से अधिक खाद्यान्न उत्पादन होता है। आलू, मक्का, धान, गेहूं, दलहन और तिलहन उत्पादन में भी यूपी अग्रणी है। प्रदेश का किसान अपनी मेहनत और तकनीकी जागरूकता से देश-दुनिया का पेट भरने की क्षमता रखता है।
गोवंश और प्राकृतिक खेती पर ध्यान
मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी देश में सबसे अधिक गोवंश पालने वाला राज्य है। यहां सरकारी गोशालाओं में 12 लाख से अधिक निराश्रित गोवंश हैं। इन गोवंशों की देखभाल के साथ-साथ जहरमुक्त खेती को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य में 1.15 लाख हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती की जा रही है।
समारोह में किसानों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने 11 उत्कृष्ट किसानों को सम्मानित किया। उन्हें चेक, अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। इस अवसर पर पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, और गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।