संसद में हंगामा जारी, जेपीसी की मांग पर अड़ा विपक्ष
संसद में अभी भी हंगामा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सत्ता पक्ष जहां राहुल गांधी से माफी भी मांग पर अड़ा हुआ है तो वहीं विपक्ष अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग कर रहा है। इसी मामले पर विपक्ष ने एक बार फिर से सत्ता पक्ष को घेरा है। अडानी मामले पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि 13 मार्च से जो ड्रामा चल रहा है, वो बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे के नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आज एक बार फिर संसद को चलने नहीं दिया गया। हम क्या मांग रहे हैं? आजादी के बाद सबसे बड़े घोटाले की सिर्फ एक जेपीसी जांच होनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि जेपीसी से क्यों डरती है बीजेपी? अगर JPC से जांच कराई गई तो बीजेपी का नकाब उतर जाएगा और ऊपर से नीचे तक उन सभी का पर्दाफाश हो जाएगा जिन्होंने मध्यवर्ग और गरीबों का हक छीनकर अडानी की तिजोरी भरी थी।
इन्ही दो मुद्दों पर हंगामे कू वजह से पिछले सप्ताह संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा था। वहीं आज भी देखने को मिला। सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि भाजपा को डर है कि अगर जेपीसी जांच होगी तो अडानी और केंद्र सरकार के बीच की सांठगांठ का पर्दाफाश हो जाएगा और असली अपराधी लोगों के सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता गुस्से में है, उन्हें लगता है कि उनका पैसा डूब जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा किल यह अजीब स्थिति है कि जब जनता परेशान है तब भी सरकार बयान नहीं दे रही है। हम पहली बार देख रहे हैं कि इतना गंभीर घोटाला होने पर भी सरकार कोई बयान नहीं दे रही है, जांच तो दूर की बात है। तो, वे निश्चित रूप से दोषी हैं।
बीआरएस सांसद के केशव राव ने कहा कि यह न तो घोटाला है और न ही स्कैम, यह इससे कहीं अधिक है। के केशव राव ने कहा कि इसमें न केवल लाखों रुपये बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था शामिल है, यह पूरी अर्थव्यवस्था और लोगों के पैसे को प्रभावित करेगा।