हेल्थ के लिए कौन-सा सबसे अच्छा है, सूखा या ताजा नारियल?
नारियल का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। नारियल में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। यह कई तरह की समस्याओं और बीमारियो से बचाव करता है। नारियल खाने से शरीर को पोषण मिलता है। नारियल के प्रयोग सूखा (ड्राई) और ताजा (फ्रेश) दोनों तरह से किया जाता है। आइए जानते हैं ताजा और सूखा नारियल के बीच अंतर और उनके लाभों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, नारियल क्या है?
आयुर्वेद में ताजा नारियल को मधुर, शीतल, फैट्स, वातपित्त को कम करने वाला और कब्ज को दूर करने में कारगर बताया गया है। फ्रेश नारियल की तासीर ठंडी होती है और इसका प्रयोग ताजगी और शीतला के लिए किया जाता है। वहींस सूखें नारियल की तासीर गर्म होती है और इसका इस्तेमाल शरीर को गर्मी प्रदान करने के लिए होता है। ड्राई नारियल पाचन में मुश्किल होता है और कब्ज का कारण बन सकता है। सूखे नारियल में गुरु, स्निग्ध, बलकारक और रुचिकारक बताया है। इसका सेवन लोगों को शरीर की तासीर और मौसम के अुनसार करना चाहिए।
फ्रेश कोकोनट के फायदे
– ताजा नारियल स्किन को नमी देता है और उसे सॉफ्ट बनाता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है।
– ताजा नारियल में फाइबर पाया जाता है जो पाचन की समस्या को बेहतर करता है। यह कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है।
– ताजे नारियल में कई पोषक तत्व पाए जाते है, जो शरीर को एनर्जी देता है। इसके साथ ही इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
– नारियल में पाए जाने वाला हेल्दी फैट्स हार्ट को स्वस्थ रखने में मदद करता हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
ड्राई कोकोनट के फायदे
– सूखे नारियल में सबेस ज्यादा कैल्शियम और मैग्नीशियम सबसे ज्यादा होता है, जो हड्डियों को मजबूत रखता है।
– सूखा नारियल एनर्जी के लिए सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है क्योंकि यह थकान दूर करता है।
– सूखा नारियल स्किन को पोषण देता है और बालों को भी मजबूत करता है।
– ड्राई कोकोनट शरीर में इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक होता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है।