जन एक्सप्रेस/चंदन ठाकुर
कानपुर नगर। तेजतर्रार कमिश्नर डॉ. राजशेखर सोमवार को अचानक नौबस्ता स्थित गेहूं क्रय केंद्र पर निरीक्षण करने पहुंच गए। अचानक कमिश्नर के क्रय केंद्र पर पहुंचने से वहां पर तैनात जिम्मेदारों में हडक़ंप मच गया।
जानकारी देते हुए कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने बताया कि उनके द्वारा नौबस्ता मंडी स्थित चार गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया गया है। इस निरीक्षण में क्षेत्रीय खाद्य आयुक्त आर.एफ.सी. डिप्टी आर.एम.ओ. और अन्य अधिकारी शामिल थे। आरएफसी ने उन्हें जानकारी दी कि कानपुर जिले में कुल 56 गेहूं क्रय केंद्र हैं और सभी वर्तमान में कार्यशील हैं। लेकिन अभी तक किसी भी केंद्र में खरीद शुरू नहीं हुई है क्योंकि कोई भी किसान अब तक गेहूं बेचने नहीं आया है। आरएफसी ने यह भी बताया कि आमतौर पर किसान 10 अप्रैल के बाद ही अपना गेहूं बेचना शुरू करते हैं।
कमिश्नर ने विपणन एजेंसी के तीन केंद्रों का भी किया निरीक्षण
कमिश्नर ने बताया कि उनके द्वारा विपणन एजेंसी के 3 केंद्रों का निरीक्षण किया गया और प्रांतीय सहकारी संघ पीसीयू के एक केंद्र का निरीक्षण किया गया। हर केंद्र में पर्याप्त जूट बैग, दो तौलने की मशीन, सफाई मशीन आदि उपलब्ध मिली है।
तौल पर गलत वजन दिया दिखाई
जब कमिश्नर ने पीसीयू केंद्र के तौलने की मशीन की जांच की, तो यह कैलिब्रेट नहीं किया गया था और गलत वजन दिखा रहा था। अंतर तीन किलो का था। कमिश्नर ने इस लापरवाही के लिए केंद्र प्रभारी को चेतावनी जारी की और शाम तक इसे ठीक करने के लिए कहा। कमिश्नर ने साथ ही साथ कोविड की तैयारी के रूप में कहाकि सरकार ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक गेहूं क्रय केंद्र में हैंड सेनेटाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल गन्स होने चाहिए। वर्तमान में हैंड सैनिटाइटर केंद्रों में उपलब्ध है, लेकिन पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल गन उपलब्ध नहीं हैं। इस बारे में पूछे जाने पर आरएफसी ने कमिश्नर को बताया कि अभी इसके लिए बजट आवंटित नहीं किया गया है और हम थर्मल गन और पल्स ऑक्सीमीटर के लिए बजट की मांग कर रहे हैं। एक बार बजट संबंधित विभाग से प्राप्त हो जाता है, तो हर खरीद केंद्र में थर्मल गन और पल्स ऑक्सीमीटर की खरीद के लिए तुरंत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

कमिश्नर ने किया गेहूं क्रय केंद्र का निरीक्षण, जिम्मेदारों में मची खलबली
सच दिखाने की जिद...
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