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नेपाल प्रशासन ने तिरालिस घन्टे बाद कर्फ्यू में दी ढील, सीमा पर सामान्य हुआ आवागमन 

जन एक्सप्रेस/अशोक उपाध्याय

भारत नेपाल सीमा, बहराइच। नेपाल में गत मंगलवार को दो समुदायों के बीच हुए तनाव के बाद नेपाल प्रशासन ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया था। सेना के जवान सड़कों पर गस्त करने लगे थे। लोगों को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। कर्फ्यू का असर भारत नेपाल सीमा पर जारी आवागमन पर भी पड़ा। एक दूसरे देश के नागरिक कर्फ्यू के कारण फस गए थे। मालवाहक वाहनों का तांता लग गया था। कर्फ्यू के कारण लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही थी। लेकिन इस बीच बुधवार की देर रात नेपाल के जिलाधिकारी ने कर्फ्यू में दिन में 12 घंटे की ढील देने की घोषणा की है। बृहस्पतिवार की सुबह 8:00 बजे से रात 8:00 बजे तक कर्फ्यू हटा लिया गया है। इस बीच लोग सुचारू रूप से आवागमन कर सकेंगे।

ज्ञातव्य है कि नेपाल का सीमावर्ती नेपालगंज शहर रविवार को सोशल मीडिया पर हुई एक आपत्तिजनक पोस्ट के बाद अशांति की ओर बढ़ गया था। मंगलवार को एक संगठन की ओर से बाजार बंद की घोषणा करने के साथ जुलूस निकाला गया। इस दौरान कुछ शरारती तत्वों ने जुलूस पर पथराव किया। जिसमें कई लोग जख्मी हुए थे। नेपालगंज बाजार अशांत हो गया। इस पर नियंत्रण के लिए नेपाल के बांके के जिला अधिकारी विपिन आचार्य ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी थी।

इस संबंध में सुरक्षा कर्मियों को पत्र जारी कर कर्फ्यू ग्रस्त इलाके में गस्त बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कर्फ्यू ग्रस्त इलाके में सेना ने मोर्चा संभाल लिया था। अचानक लगाए गए कर्फ्यू के कारण भारतीय क्षेत्र के काफी संख्या में लोग नेपाल और नेपाल के काफी संख्या में नागरिक भारतीय क्षेत्र में फंस गए थे। नेपाल सीमावर्ती इलाके के बांके जिले में लगाए गए कर्फ्यू का असर भारतीय सीमा पर भी देखा गया था। भारत नेपाल सीमा पर कर्फ्यू के बाद सन्नाटा पर असर गया था व्यापारी असमंजस में थे। भारतीय सुरक्षा कर्मियों ने भी सतर्कता बढ़ाते हुए सीमा पर गस्त बढ़ा दी थी। बुधवार को जिलाधिकारी बहराइच मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार वर्मा ने भी सीमा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। लोगों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की थी।

नेपाल सरकार गृह मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार विगत चार दिनो से अशान्त नेपालगञ्ज बाँके जिले में स्थिति तेजी से सामान्य हुई है। इसके बाद सुबह आठ बजे रात आठ बजे तक कर्फ्यू मे छूट दी गई है। इसके बाद भारत नेपाल सीमा पर कड़ी चौकसी के बीच आवागमन शुरू हो गया है।

जिला अधिकारी बाँके नेपालगञ्ज विपिन आचार्य के अनुसार कर्फ्यू में छूट के दौरान किसी प्रकार के जुलूस और प्रर्दशन की अनुमति नही है। साथ ही एक स्थान पर पाच से अधिक व्यक्ति न तो जमा हो सकते हैं और न ही झुंड में आवागमन कर सकते हैं। किसी प्रकार की सभा की अनुमति भी नहीं दी गई है। पोस्टर, पर्चा, बैनर पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। नेपाल के बांके के जिला अधिकारी के इस आदेश के बाद सीमा पर आवागमन शुरू हो गया है। मालवाहक और आवश्यक वस्तुओं से लदे ट्रक भी क्लीयरेंस के बाद नेपाल रवाना हो रहे हैं।

अपने-अपने वतन लौटें नागरिक

नेपाल के बांके जिले की उप महानगरपालिका में मंगलवार को दोपहर बाद अचानक अशांति का माहौल फैल गया। यह वह वक्त था जब काफी संख्या में भारतीय मजदूर, कामगार, व्यापारी, पर्यटक और आम नागरिक अपना काम काज निपटा रहे थे। काफी संख्या में नेपाली नागरिक भारत की रुपईडीहा बाजार में दैनिक उपयोग की वस्तुओं खरीदारी में व्यस्त थे। इसी के साथ भारत के विभिन्न महानगरों में मेहनत मजदूरी कर रहे काफी संख्या में नेपाली नागरिक विभिन्न वाहनों से रुपईडीहा कस्बे में पहुंचे थे।

अचानक नेपाल में कर्फ्यू लगने की खबर और सीमा पर सुरक्षा कर्मियों की ओर से बढ़ाई गई चौकसी ने सभी को हैरान कर दिया था। भारत और नेपाल सीमा क्षेत्र में काफी संख्या में लोग फंसे हुए थे लेकिन सुरक्षा कर्मी कर्फ्यू के आदेश के चलते लोगों को आने-जाने नहीं दे रहे थे। बुधवार को कुछ नागरिकों को सुरक्षा कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी पर आने जाने तो दिया लेकिन फिर भी लोगों में डर व्याप्त था। गुरुवार की सुबह कर्फ्यू में दी गई ढील के बाद काफी संख्या में लोग अपने वचन सुरक्षित लौट पाए हैं।

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