अमेठी जिले के समाज कल्याण अधिकारी और बाबू निलंबित भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई

जन एक्सप्रेस/अमेठी: प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। हाल ही में अमेठी जनपद के जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार शुक्ल और उनके बाबू गोकुल प्रसाद जायसवाल के बीच रिश्वत के पैसे को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। यह कदम समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण के निर्देश पर लिया गया।
रिश्वत के आरोप: बाबू और अधिकारी के बीच विवाद
बाबू गोकुल प्रसाद जायसवाल ने जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार शुक्ल पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनसे रिश्वत की मांग की थी और जबरन उनके मोबाइल से 40 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। बाबू ने इसके साक्ष्य जांच अधिकारी को दिए। वहीं, जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बाबू पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया और उनका कथित रूप से रिश्वत लेते हुए वीडियो भी जांच अधिकारी को सौंपा।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कड़ी कार्रवाई
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा, “मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारी प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेते हैं, और आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।”
इस विवाद के बाद प्रशासन ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। जिला समाज कल्याण अधिकारी और बाबू निलंबित भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई
जन एक्सप्रेस, अमेठी: प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। हाल ही में अमेठी जनपद के जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार शुक्ल और उनके बाबू गोकुल प्रसाद जायसवाल के बीच रिश्वत के पैसे को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। यह कदम समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण के निर्देश पर लिया गया।
रिश्वत के आरोप: बाबू और अधिकारी के बीच विवाद
बाबू गोकुल प्रसाद जायसवाल ने जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार शुक्ल पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनसे रिश्वत की मांग की थी और जबरन उनके मोबाइल से 40 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। बाबू ने इसके साक्ष्य जांच अधिकारी को दिए। वहीं, जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बाबू पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया और उनका कथित रूप से रिश्वत लेते हुए वीडियो भी जांच अधिकारी को सौंपा।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कड़ी कार्रवाई
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा, “मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारी प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेते हैं, और आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।”
इस विवाद के बाद प्रशासन ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।