3 मोर्चे एक साथ खोल AAP को मुश्किल में डालने की तैयारी?
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पूरे दम-खम के साथ मैदान में उतरी अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) को एक साथ तीन मोर्चों पर घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। उम्मीद है कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव भी इसी साल दिसंबर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के साथ हो सकता है। आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में भी राष्ट्रीय राजनीति में पैर जमाने के लिए राजनीतिक आधार तलाश रही है।
इसी क्रम में ‘आप’ ने पिछले कुछ महीनों से गुजरात और हिमाचल प्रदेश में अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। दरअसल, कांग्रेस के घटते राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए ‘आप’ को लगता है कि वह कांग्रेस की जगह लेने में सक्षम है, जो इस समय अपने सबसे खराब राजनीतिक दौर से गुजर रही है। हिमाचल और गुजरात में कई दशकों के बाद पहली बार कांग्रेस अपने दो दिग्गज नेताओं वीरभद्र सिंह और अहमद पटेल के बिना चुनावी मैदान में उतरेगी।
भाजपा लड़ाई के एक साथ तीन मोर्चे खोलकर ‘आप’ को रोकना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी को लगता है कि अगर ‘आप’ को दिल्ली, गुजरात और हिमाचल प्रदेश समेत 3 मोर्चों पर चुनाव लड़ना है तो केजरीवाल की पार्टी दबाव में आ जाएगी। दरअसल, दिल्ली नगर निगम चुनाव भी गुजरात और हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ होने की उम्मीद है।
भाजपा के एक करीबी सूत्र ने बताया कि चूंकि AAP दिल्ली में सत्ता में है, इसलिए उसे नगर निगम को सुरक्षित करने के लिए अपनी पूरी ताकत से एमसीडी चुनाव लड़ना होगा। दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार ‘आप’ के लिए विनाशकारी साबित होगी, क्योंकि इससे यह धारणा बनेगी कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी दिल्ली में ही अपनी पकड़ खो रही है।
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हमें अपनी तैयारी शुरू करने के लिए कहा गया है। जल्द ही परिसीमन पूरा होने की संभावना है। हमें पूरा भरोसा है कि एमसीडी चुनाव दिसंबर में गुजरात चुनाव के साथ होंगे।