उत्तर प्रदेशपर्यावरणबाराबंकीमौसम

घट रही सरयू, हो रही कटान, प्रशासन का बचाव कार्य जारी

जिलाधिकारी बोले, बाढ़ प्रभावित इलाकों में टीमें मुस्तैद

जन एक्सप्रेस/संवाददाता 

बाराबंकी। सरयू लगातार बीते 2 दिनों से तेजी से घट कर अपने खतरे के निशान से नीचे आ गई है। जिससे तराई में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन अब इस इलाके में नदी ने कटान शुरू कर दी है।

जिला अधिकारी अविनाश कुमार लगातार निगरानी बनाए हुए है। वह प्रतिदिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कराए जा रहे बचाव कार्य सहित अन्य कार्यों की समीक्षा कर रहे है। जिसके बाद वह संबंधित मातहतों को समुचित निर्देश भी दे रहे है। शनिवार को जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जानकारी दी कि जनपद में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य पूरी सतर्कता एवं संवेदनशीलता के साथ कराया जा रहा है। सभी तहसीलों के संबंधित अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए है। शुक्रवार को उपजिलाधिकारी रामनगर अनुराग सिंह ने बताया कि हेतमापुर में लगातार राहत कार्य कराया जा रहा है। अभी बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कि लगभग आबादी 6 हजार 241 है। जिनमें दिन में और शाम को दो पालियो में 6 हजार 804 लंच पैकेट वितरण किए जा रहे है। यहां 49 नावें बचाव कार्य में लगे हुए है। नायब तहसीलदार शैलेश पांडेय प्रतिदिन प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर रिपोर्ट दे रहे है। नदी का जलस्तर तेजी से घटने पर सरसंडा के पास नई बस्ती में कटान शुरू है। जिसके लिए बाढ़ खंड अधिकारी शशिकांत सिंह को निर्देशित किया गया है। शुक्रवार को हेतमापुर बांध पर राहत शिविरों में बतनेरा, हेतमापुर, सरसंडा, डिहुआ, बिलहरी मजरे बतनेरा व जमका के मजदूरों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को विस्तृत निरीक्षण किया गया। तथा बाढ़ ड्यूटी पर तैनात संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

उपजिलाधिकारी ने बताया कि बंधे पर रात्रि में समुचित प्रकाश व चिकित्सा व्यवस्था का भी निर्देश संबंधित मातहतों को दिया गया है। उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट ने जानकारी दी कि उनके क्षेत्र से पानी लगातार घट रहा है। बाढ़ के पानी से आबादी का क्षेत्र प्रभावित नहीं है। उप जिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर ने बताया कि उनके क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है। गांव के रास्तों पर आवागमन सामान्य रूप से पुनः शुरू हो गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button