झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से हुई मौत,पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच

जन एक्सप्रेस/चित्रकूट: झोलाछाप डॉक्टरों का काम चलाऊ इलाज कभी भी किसी के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ताजा मामला मारकुंडी थाना क्षेत्र के किहुनिया गांव से सामने आया है। जहां गलत इलाज की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। घटना के बाद परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मारकुंडी थाना क्षेत्र के किहुनिया डीपू गांव निवासी राकेश कुमार का पेट दर्द होने पर परिजन सुबह तड़के मारकुंडी कस्बा स्थित खुली झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक में ले गए। जहां इलाज के दौरान झोलाछाप डॉक्टर ने लापरवाही बरतते हुए इजेंक्शन दिया और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। परिवार के लोगों ने झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। जहां भारतीय न्याय संहिता धारा 106 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मारकुंडी थाना क्षेत्र के किहुनियां के डीपू गांव निवासी राकेश कुमार (45) पुत्र घनश्याम गांव में ही खेतीबाड़ी का कार्य करता था।परिवार के लोगों के मुताबिक राकेश की तबीयत रविवार की सुबह खराब हो गई। पेट में दर्द हो रहा था। इसके बाद मारकुंडी कस्बे में खुले झोलाछाप डॉक्टर पंकज राय की क्लीनिक में ले गए। जहां डॉक्टर द्वारा इलाज के नामपर दो इंजेक्शन लगाया तो स्थिति सुधरने के बजाए और बिगड़ गई और 20 मिनिट बाद मौत हो गई। इस मामले को लेकर जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक मानिकपुर शेखर वैश्य ने कहा मामले की जांचकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
प्रभारी निरीक्षक ने कहा कार्रवाई होगी
पुलिस ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ उठ रहे सवालों को और तेज कर दिया।