प्रयागराज महाकुंभ: परमार्थ निकेतन में राम कथा का दिव्य आयोजन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया महाकुंभ कथा में सहभाग

जन एक्सप्रेस/ प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर प्रयागराज में परमार्थ निकेतन शिविर, अरैल में विश्व प्रसिद्ध संत मोरारी बापू द्वारा मानस ज्ञान गंगा का प्रवाह हो रहा है। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन हुआ। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और संतोषदास (सतुआ बाबा) ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कथा में भाग लेते हुए संगम की भूमि को राष्ट्रीय एकता और अखंड भारत का प्रतीक बताया।
पूज्य मोरारी बापू की कथा का गूढ़ संदेश
मोरारी बापू ने अपनी मानस कथा का शुभारंभ “मंगल भवन अमंगल हारी” चौपाई से किया। उन्होंने कहा कि मानस कथा आत्मा और मन को जागृत करने का माध्यम है। कथा में भाग लेने के लिए केवल तन नहीं, बल्कि मन, बुद्धि और श्रद्धा का भी साथ होना चाहिए। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में स्नान तन के लिए होता है, लेकिन मानस कथा का अमृतपान मन और चित्त की पवित्रता के लिए है।
संगम पर संगम का सौभाग्य: स्वामी चिदानंद सरस्वती
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस आयोजन को सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जीवन में दुर्लभ अवसर है, जो हर 144 साल बाद आता है। यह संगम, तन, मन और आत्मा के मिलन का प्रतीक है। स्वामी जी ने इसे श्रवण से समर्पण तक की यात्रा बताया और कहा कि पूज्य बापू की कथा संघर्ष के बीच साहस और समरसता का संदेश देती है।
राम कथा का अमृतपान: 26 जनवरी तक आयोजन
परमार्थ निकेतन शिविर में रामकथा का आयोजन 18 जनवरी से 26 जनवरी 2025 तक हो रहा है। प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक मोरारी बापू की अमृतमयी वाणी से श्रद्धालु लाभान्वित हो रहे हैं। यह कथा केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरी सृष्टि के लिए समर्पित है। श्रद्धालुओं से इस कथा में भाग लेकर रामकथा का आनंद लेने का आह्वान किया गया है।