गैंगेस्टर गोल्डी बरार ने ली जिम्मेदारी
पंजाब के फरीदकोट में छह अज्ञात हमलावरों ने 2015 के बेअदबी मामले में आरोपी व डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदीप सिंह (37) को फरीदकोट के कोटकपूरा स्थित डेयरी की दुकान में सुबह करीब सवा सात बजे गोली मारी गई। इस हमले में प्रदीप के अंगरक्षक और एक अन्य व्यक्ति भी गोली लगने से घायल हो गया। सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे एक कथित सोशल मीडिया पोस्ट में कनाडा स्थित गैंगेस्टर गोल्डी बरार ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
पंजाबी गायक सिद्धु मूसेवाला की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सिंह की हत्या की यह वारदात पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हो गई। सीसीटीवी फुटेज में नजर आया कि मोटरसाइकिल सवार छह हमलावरों में से दो प्रदीप सिंह की दुकान में घुसे और उन पर गोली चलाई।’’ दोनों हमलावरों के दुकान से बाहर आने के बाद बाहर इंतजार कर रहे चार अन्य हमलावरों ने भी गोलियां चलाईं।’’
पुलिस के मुताबिक, प्रदीप सिंह के अंगरक्षक ने भी जवाब में गोलियां चलाईं। इस घटना में कई गोलियां चलीं। वारदात के बाद हमलावर दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए जबकि तीसरी मोटरसाइकिल उन्होंने वहीं छोड़ दी। पुलिस ने बाद में कोटकपुरा से करीब 20 किलोमीटर दूर बाजाखाना इलाके से शेष दो मोटरसाइकिल बरामद कीं। प्रदीप सिंह पर जून 2015 में बुर्ज जवाहर सिंह वाला गांव से गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति चुराने का आरोप था और इसके अलावा वह उसी साल अक्टूबर में फरीदकोट के बरगढ़ी में सिखों की एक धार्मिक पुस्तक के फटे हुए पन्ने पाए जाने से संबंधित मामले में भी आरोपी थे।
फिलहाल वह जमानत पर थे। शिवसेना (टकसाली) के नेता सुधीर सुरी की अमृतसर में चार नवंबर को हत्या किए जाने के कुछ दिन बाद प्रदीप सिंह की हत्या हुई है। दोनों ही मामलों में पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी। इस बीच इस वारदात के बाद विपक्षी दलों ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधा। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “मामले में जांच जारी है। हमने हमलावरों को पकड़ने के लिये अभियान शुरू किया है।”
कोटकपूरा शहर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रदीप की पत्नी सिमरन ने पुलिस में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में अपने पति की हत्या के पीछे गहरी साजिश होने का दावा किया है। मामले में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, सिमरन ने पिछली राज्य सरकारों पर डेरा अनुयायियों को बेअदबी की घटनाओं के लिए दोषी ठहराकर और झूठे मामलों में फंसाकर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया, ऐसा करके उन्होंने उनके (डेरा अनुयायियों के) खिलाफ माहौल बनाया और इसे एक धार्मिक रंग दिया, जबकि डेरा अनुयायी सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारों ने नकारात्मक प्रचार करने के लिए मीडिया का दुरुपयोग किया और इसके परिणामस्वरूप असामाजिक तत्वों ने अपराध किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई।
इस दौरान उन्हें हत्या के बारे में जानकारी दी गई। पुलिस महानिदेशक (होम गार्ड्स) संजीव कालरा ने कहा कि मान ने जोर दिया कि राज्य में शांति व सद्भाव बरकरार रखा जाए। उन्होंने कहा कि मान ने अधिकारियों को इस मामले को यथाशीघ्र हल करने को कहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस से और सजग व सतर्क रहने को कहा। बरार के हत्या की जिम्मेदारी लेने से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए कालरा ने कहा, “सभी जांच के दायरे में हैं।”
एडीजीपी शुक्ला और पुलिस महानिरीक्षक (फरीदकोट संभाग) प्रदीप कुमार यादव सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। मौके पर फॉरेंसिक दल भी सबूत जुटाने के लिए पहुंचा था। बाद में प्रदीप सिंह के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने लोगों से राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया।
महानिदेशक ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘स्थिति नियंत्रण में है और मैं लोगों से राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह करता हूं। पंजाब पुलिस उचित जांच कर रही है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे घबराएं नहीं और गलत खबर या कोई नफरती बयान न फैलाएं।’’ पत्रकारों से बात करते हुए आईजी प्रदीप यादव ने कहा कि पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं और उन पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस घटना के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। इस बीच, सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा ने हत्या की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। डेरा प्रवक्ता जितेंद्र खुराना ने घटना की कड़ी निंदा की और अनुयायियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की। प्रदेश में कानून-व्यवस्था के हालात को लेकर विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधा है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य ‘‘पूरी तरह से अराजकता की ओर बढ़ रहा है’’। सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘हर रोज हत्याएं, दिनदहाड़े गोलीबारी। पंजाब दुखद रूप से अराजकता की ओर बढ़ रहा है और अनुभवहीन भगवंत मान नीत सरकार इस सब को रोकने के लिए कुछ नहीं कर पाई है। मैं उनसे दृढ़ता से आग्रह करता हूं कि इससे पहले कि हम 80 के दशक के काले दौर की ओर बढ़ें, कानून और व्यवस्था पर ध्यान देना शुरू करें।’’
भाजपा की पंजाब इकाई के महासचिव सुभाष शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार “गहरी नींद” में है। उन्होंने कहा, ‘‘एक और हत्या…पंजाब में हर दिन हिंसक घटनाएं हो रही हैं… भगवंत मान जी, अपने संवैधानिक कर्तव्य को समझें और अपना ध्यान पंजाब की ओर लगाएं।’’ मुख्यमंत्री मान ने कहा कि किसी को भी प्रदेश की शांति भंग नहीं करने दी जाएगी।