PM Modi को टक्कर दे पाएगा INDIA गठबंधन
दिल्ली– विपक्षी गठबंधन इंडिया भारतीय जनता पार्टी को हराने में सक्षम नहीं दिख रहा। सर्वेक्षण से पता चला कि 54 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इंडिया ब्लॉक भाजपा को हरा नहीं पाएगा, जबकि सिर्फ 33 प्रतिशत को ऐसा होने की उम्मीद है। गठबंधन का नया नाम इंडिया एक महीने पहले बेंगलुरु में एक भव्य बैठक में सामने आया था, जहां एकजुट विपक्ष ने अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से मुकाबला करने की अपनी योजना की घोषणा की थी। यह पूछे जाने पर कि क्या नाम बदलने से इंडिया गठबंधन को वोट मिलेंगे, 39 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सकारात्मक जवाब दिया जबकि 30 प्रतिशत ने असहमति जताई। वहीं, अन्य 18 प्रतिशत ने कहा कि नया नाम इंडिया न तो वोट दिलाएगा और न ही यह कोई आकर्षक नाम है।
इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कौन करें?
जब पूछा गया कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त कौन है, तो 24 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके दिल्ली समकक्ष अरविंद केजरीवाल 15 प्रतिशत पर बराबरी पर रहे। वहीं, सर्वे में 34% लोगों ने विपक्षी नेता के रूप में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रदर्शन को उत्कृष्ट माना है। जबकि 18% उत्तरदाताओं ने विपक्षी नेता के रूप में उनका प्रदर्शन अच्छा, 15% ने औसत और 27% ने खराब पाया। सर्वे में 44 फीसदी लोगों ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की छवि में सुधार आया है। 33 फीसदी का मानना है कि राहुल की छवि में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
किसको कितनी सीटें
इस पोल में पाया गया कि यदि आज संसदीय चुनाव होते हैं, तो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 306 सीटों के आरामदायक बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखेगा। सर्वेक्षण से पता चला कि एनडीए 272 के जादुई आंकड़े को पार कर जाएगा जो किसी राजनीतिक दल या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए चाहिए। पोल के अनुसार, एनडीए 306 सीटें जीतेगा, जबकि विपक्ष के इंडिया गठबंधन को 193 सीटें हासिल करने का अनुमान है, जबकि अन्य राजनीतिक दलों को 44 सीटें मिलेंगी। जहां तक वोट शेयर का सवाल है, अगर आज चुनाव हुए तो एनडीए को 43 फीसदी वोट मिलेंगे, जबकि भारत को 41 फीसदी वोट हासिल होंगे। वोट शेयर के अनुसार भले ही 2% का ही इसमें अंदर दिख रहा है लेकिन सीटों में भारी अंतर है। इसका कारण यह है कि सर्वे को केरल में एलडीएफ और यूडीएफ को एक साथ करके किया गया है। बंगाल में वाम मोर्चे और ममता बनर्जी तथा कांग्रेस को एक साथ करके किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 287 संसदीय सीटें जीतने का अनुमान है, जो सामान्य बहुमत 272 के लिए आवश्यक 272 सीटों से 15 अधिक है। कांग्रेस को 74 सीटें जीतने का अनुमान है।
मोदी की लोकप्रियता बरकरार
इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन सर्वे से पता चला है कि लोकसभा चुनाव होने में एक साल से भी कम समय बचा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बरकरार है। सर्वेक्षण में पाया गया कि कम से कम 52 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के लिए सबसे उपयुक्त हैं, जबकि केवल 16 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को शीर्ष पद के लिए चुना। बाकी देश भर के कई नेताओं में बंटे हुए थे। सर्वेक्षण से पता चला कि 63 प्रतिशत उत्तरदाता प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। 13 प्रतिशत लोगों ने पीएम मोदी के प्रदर्शन को ‘औसत’ पाया, और 22 प्रतिशत ने इसे ‘खराब’ बताया।
मोदी का विकल्प कौन?
इस सर्वेक्षण में यह भी पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के तौर पर आप किसे देखते हैं, 29% लोगों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया जबकि योगी आदित्यनाथ का 26% लोगों ने नाम लिया है। नितिन गडकरी के साथ 15% लोग हैं जबकि 70% लोगों ने कहा कि इनमें से कोई नहीं।
26 विपक्षी दलों ने 2024 चुनाव को लेकर एक मंच पर आने का फैसला किया। उन्होंने अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखा। दावा किया जा रहा है कि हम सब मिलकर भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को हरा देंगे। लेकिन इस सर्वे से चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस सर्वे के अनुसार हम यह जरूर कह सकते हैं कि अगला चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में कौन और उनके खिलाफ कौन के बीच में होने वाला है।