नैनो यूरिया के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए की किसान सभा

सोनीपत । आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिले के प्रधानमंत्री किसान समृद्घि केन्द्र में किसान सभा की गई, जिसमें नई दिल्ली में 17वें भारतीय सहकारी महासम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के किसानों व सहकारी समितियों को दिए गए संबोधन को सुना गया।
किसान सभा के दौरान इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक अशोक कुमार ने कहा कि परंपरागत यूरिया की जगह विकल्प के तौर पर नैनो यूरिया तरल बनाया गया है, जिसके प्रयोग से हम अपने खेत की मिट्टी की उर्वरा शक्ति को कम होने से बचा सकते हैं। नैनो यूरिया तरल की 500 एमएल की एक बोतल 45 किलोग्राम के यूरिया के बराबर है और किसान इसका सभी फसलों पर इस्तेमाल कर सकते हैं। नैनो यूरिया तथा नैनो डीएपी इफको की एक नई खोज है जो कि किसानों के लाभदायक सिद्घ हो रही है। इफको नैनो यूरिया तरल दुनिया का पहला नैनो तकनीक पर आधारित उर्वरक है।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि नैनो यूरिया के उपयोग से मृदा स्वास्थ्य में सुधार होता है। वायु एवं जल भी प्रदूषण नहीं होता। इसके अलावा जमीन की उर्वरा शक्ति पर भी कोई नुकसान नहीं होता। इसके प्रयोग से किसान की उपज में 8 से 10 प्रतिशत तक की वृद्घि होती है। फसल के उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार होता है। 4 एमएल प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर पत्तों पर छिड़काव किया जाता है।






