विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ने निकले राहुल बाबा
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के अमित शाह ओबीसी मोर्चे की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में शाह ने कहा कि राजस्थान में तनोट मां के तीर्थ स्थान को मोदी जी ने 19 करोड़ रुपये खर्च करके एक बड़ा यात्रा धाम बनाने का निर्णय किया है। तनोट मां ने 1965-71 के युद्ध में हमारी पश्चिमी सीमाओं को सुरक्षित किया था। उन्होंने अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जिस प्रकार की राजस्थान में सरकार चल रही है, उससे हम सभी दुखी हैं। राजस्थान में चल रही सरकार ने प्रदेश को विकास में सबसे पीछे ले जाने का कार्य किया है। देश की सबसे पुरानी पार्टी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अभी देश में कांग्रेस की दो सरकारें है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों का चुनाव 2023 में है। इन दोनों राज्यों में अगर भाजपा सरकार बनती है तो कांग्रेस के पास कुछ नहीं बचेगा।
इसके साथ ही अमित शाह ने टी-शर्ट को लेकर भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। भाजपा नेता ने कहा कि अभी-अभी राहुल बाबा, भारत जोड़ो यात्रा लेकर निकले हैं। राहुल बाबा विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ने निकले हैं। मैं राहुल बाबा और कांग्रेसियों उनका संसद एक भाषण याद दिलाता हूं। राहुल बाबा ने कहा था कि भारत राष्ट्र है ही नहीं। अरे राहुल बाबा, किस किताब में पढ़े हो आप? ये तो वो राष्ट्र है जिसके लिए लाखों, लाख लोगों ने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने कहा कि ये तो वो राष्ट्र है जिसके लिए लाखों लोगों ने अपने सिर कटवाकर भूमि को लाल करने का काम कर दिया। मुझे लगता है राहुल बाबा को भारत का इतिहास पढ़ने की जरूरत है।
राजस्थान सरकार पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार विकास का काम नहीं कर सकती है। रोड़ नहीं बना सकती, बिजली नहीं दे सकती, रोजगार नहीं दे सकती है। कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की, तुष्टिकरण कर राजनीति कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे भाई कन्हैयालाल की निर्ममता से हत्या हुई, ये आप सहन कर लेंगे क्या? करौली की हिंसा को सहन करेंगे क्या? हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाना सहन करेंगे क्या? अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ना सहन करेंगे क्या? उन्होंने कहा कि गहलोत साहब, मैं आपके वादे याद कराने आया हूं। 2018 में राहुल बाबा के साथ आपने जो फर्जी के वादे किए थे, उन वादों के पांच वर्ष होने वाले हैं। भाजपा उन वादों का हिसाब मांगने आई है। शाह ने आगे कहा कि 10 दिन के अंदर किसानों का ऋण माफ करने का क्या हुआ?