चित्रकूट में लगा देश का सबसे अनोखा गधा मेला
सलमान’, ‘शाहरुख’, ‘बसंती’ और ‘धोनी’ नाम के गधों पर लग रही लाखों की बोली

जन एक्सप्रेस चित्रकूट (हेमनारायण हेमू):उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में प्रदेश का सबसे बड़ा और अनोखा गधा मेला शुरू हो गया है। रामघाट के पास लगने वाले इस तीन दिवसीय मेले में 300 से अधिक गधे, खच्चर और घोड़ियां बिक्री के लिए लाई गई हैं। यूपी के साथ-साथ एमपी, बिहार और नेपाल से भी व्यापारियों ने भाग लिया है।
फिल्मी सितारों के नाम बने गधों की पहचान
हर साल की तरह इस बार भी मेले में फिल्मी नाम वाले गधे आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। ‘सलमान’, ‘शाहरुख’, ‘आलिया’, ‘माधुरी’, ‘धोनी’, ‘बसंती’, ‘पुष्पा’ और ‘काजोल’ नाम के गधों पर जमकर बोली लग रही है। गधों की नस्ल, चाल और ताकत देखकर खरीदार अपनी पसंद तय करते हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी ‘सलमान’ और ‘शाहरुख’ की कीमत लाखों में पहुंचेगी। लाखों में बिकते हैं गधे, इस्तेमाल होता है निर्माण कार्यों में पिछले साल ‘सलमान’ नाम का गधा 1.85 लाख रुपये में बिका था, वहीं ‘शाहरुख’ की कीमत 1.25 लाख और ‘बसंती’ की बोली 85 हजार रुपये तक पहुंची थी।इन गधों का उपयोग खासकर ईंट-भट्टों, निर्माण स्थलों और माल ढोने के कार्यों में किया जाता है।
मुगलों के दौर से चली आ रही परंपरा
इतिहासकारों के अनुसार, इस गधा मेले की शुरुआत सन 1670 में औरंगजेब के शासनकाल में हुई थी। उस समय निर्माण कार्यों के लिए बड़ी संख्या में गधों की खरीद की जाती थी। तभी से यह परंपरा अब तक कायम है।
पुष्कर के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा पशु मेला
राजस्थान के पुष्कर पशु मेले के बाद, चित्रकूट का गधा मेला देश का दूसरा सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है। यहां आने वाले व्यापारियों को उम्मीद होती है कि उन्हें उनके मेहनत के मुताबिक बढ़िया दाम मिलेंगे।मेले में पशुओं की बोली के साथ-साथ स्थानीय हस्तशिल्प, झूले, खानपान के स्टॉल और लोककलाओं की भी खूब रौनक है। दूर-दराज से आए ग्रामीण और पर्यटक इस अनोखे मेले का लुत्फ उठा रहे हैं।






