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एसजीपीजीआई और केजीएमयू दोनों की साख पर लग रहा बट्टा

केजीएमयू के मानसिक स्वास्थ्य विभाग में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है

जन एक्सप्रेस /लखनऊ : राजधानी स्थित प्रदेश के शीर्ष चिकित्सा संस्थान एसजीपीजीआई और केजीएमयू की साख बिगड़ती जा रही है। एसजीपीजीआई में कार्डियोलॉजी विभाग की हेड नर्स कौशल्या देवी रस्तोगी पर 4 महीना बाद भी आउटसोर्सिंग नर्स संजय सिंह के वेतन से उगाही की जांच अभी तक भी पूरी नहीं हुई है। उधर, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ( केजीएमयू) के मानसिक स्वास्थ्य विभाग में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक आउटसोर्सिंग कर्मचारी ने मानसिक रूप से बीमार महिला मरीज के साथ छेड़छाड़ करते हुए दुष्कर्म की कोशिश की। शोर मचाने पर महिला की इज्जत बच सकी और मौके पर जुटे लोगों ने आरोपी को धर दबोचा।यह शर्मनाक घटना 14 जनवरी की सुबह करीब 10 बजे की है। बताया जा रहा है कि मानसिक स्वास्थ्य विभाग के द्वितीय तल पर स्थित महिला प्रसाधन कक्ष के पास आरोपी कर्मचारी ने मानसिक रूप से बीमार युवती को देखा और छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसके बाद उसने दुष्कर्म का प्रयास किया। युवती ने हिम्मत दिखाते हुए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया, जिससे आसपास के लोग वहां जुट गए।


शोर सुनकर भागने की कोशिश कर रहे आरोपी को लोगों ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई करते हुए पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़िता के परिजन इस घटना से बुरी तरह घबरा गए हैं।
मामले की जानकारी केजीएमयू प्रशासन और चीफ प्रॉक्टर कार्यालय को दी गई। इसके बाद प्रॉक्टर कार्यालय ने पुलिस को सूचना देकर आरोपी को हिरासत में ले लिया।

अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज और उनके परिजन सहमे
केजीएमयू प्रशासन ने अपने स्तर से मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, पुलिस ने पीड़िता और उसके परिजनों से शिकायत दर्ज कर ली है और घटना की गहनता से जांच कर रही है। अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज और उनके परिजन भी इस घटना के बाद डरे हुए हैं।

अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए
पीड़िता और उसके परिजन इस घटना के बाद सदमे में हैं। उन्होंने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। इस घटना ने अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार और प्रशासन से उम्मीद है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाएगा।

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