पढ़ाई के दबाव में किसान के बेटे ने लगाई फांसी, मजदूर परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

जन एक्सप्रेस/जौनपुर: जौनपुर के सिकरारा थाना क्षेत्र के मधईपुर गांव में 14 वर्षीय किशोर आदर्श सरोज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आदर्श के माता-पिता मुंबई में मजदूरी करते हैं, जबकि वह अपनी दादी और दो बहनों के साथ गांव में रहता था। घटना के समय घर पर कोई नहीं था। आदर्श ने छप्पर में बांस के सहारे नायलॉन की रस्सी से फांसी लगा ली। जब परिवार के सदस्य लौटे, तो उसे फांसी पर लटका देख सभी सन्न रह गए।
पढ़ाई को लेकर डांट से नाराज था किशोर
पुलिस के अनुसार, आदर्श की बड़ी बहनों ने कुछ दिन पहले उसे पढ़ाई को लेकर डांटा था। माना जा रहा है कि इसी बात से नाराज होकर उसने यह कदम उठाया। उसके माता-पिता फरवरी के पहले सप्ताह में ही गांव आए थे और 12 फरवरी को वापस मुंबई लौट गए थे। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
आदर्श के पिता ओमप्रकाश सरोज और मां प्रमिला पर इकलौते बेटे की मौत से गहरा सदमा लगा है। उनकी छह संतानों में पांच बेटियां थीं, जिनमें से एक की पहले ही मृत्यु हो चुकी है और दो की शादी हो चुकी है। आदर्श की मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग भी इस घटना से स्तब्ध हैं और परिवार को सांत्वना देने का प्रयास कर रहे हैं।