विचार
-
रणवीर अलाहाबादिया पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, फिर CJI ने जो कहा ?
जन एक्सप्रेस /मनु शुक्ला/लखनऊ : विवादित ‘चुटकुला’ सुनाने के लिए कई FIR का सामना कर रहे पॉडकास्टर रणवीर अलाहाबादिया सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे. उन्होंने कोर्ट से इस मामले में राहत की मांग की. इलाहाबादिया की ओर से वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने CJI संजीव खन्ना के सामने इसका उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि ये याचिका संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत दर्ज…
Read More » -
इतने लाख करोड़ का होगा 2025 का बजट, किसानों को मिलेगी बड़ी राहत ?
जन एक्सप्रेस/ मुस्कान चौबे/ लखनऊ : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी , 2025 की सुबह 11 बजे संसद में लगातार आठवीं बार केंद्रिय बजट पेश करेंगी। ऐसे में पूरे देश के कारोबारियों और आम जनता की नजरें टिकी हुई हैं की क्या खास होगा इस बार के बजट मे, कौन-कौन से सेक्टर्स को मिलेगा बूस्ट और 2024 के बजट…
Read More » -
“इतिहास के पन्नों में 5 दिसंबर” आप जानेंगे आज का इतिहास
ये आकाशवाणी है, अब आप रामानुज प्रसाद सिंह से समाचार सुनिए… तीन दशकों से अधिक समय तक ऑल इंडिया रेडियो की प्रमुख आवाज़ रहे रामानुज प्रसाद सिंह आम लोगों में जाना-पहचाना नाम थे। समाचार वाचक चौकड़ी देवकी नंदन पांडेय, विनोद कश्यप, अशोक वाजपेयी और रामानुज प्रसाद सिंह को आज भी श्रेष्ठता के मानक के रूप में याद किया जाता है।…
Read More » -
जानिए आज 25 नवंबर का इतिहास, ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक नज़र डालिए
25 नवंबर 1867 की वह तारीख जब दुनिया को सबसे खतरनाक विस्फोटक डायनामाइट का पता चला। इसके आविष्कारक मशहूर वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल ने इसी तारीख को अपनी इस खोज का पेटेंट कराया। डाइनामाइट के अलावा अल्फ्रेड के नाम पर आज 355 पेटेंट है। 21 अक्टूबर 1833 को स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम में अल्फ्रेड नोबेल का जन्म हुआ। इस खतरनाक विस्फोटक…
Read More » -
आलोचकों की परवाह न कर अपनी राह चलते हैं प्रधानमंत्री
प्रो.संजय द्विवेदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में कुछ तो खास है कि वे अपने विरोधियों के निशाने पर ही रहते हैं। इसका खास कारण है कि वे अपनी विचारधारा को लेकर स्पष्ट हैं और लीपापोती, समझौते की राजनीति उन्हें नहीं आती। राष्ट्रहित में वे किसी के साथ भी चल सकते हैं, समन्वय बना सकते हैं, किंतु विचारधारा से समझौता उन्हें स्वीकार…
Read More » -
स्त्रियां पूज्या हैं भोग की वस्तु नही, नारी उत्थान से ही राष्ट्र की उन्नति
भारतीय ऋषियों ने अथर्व वेद में माताओं को “माता भूमिह पुत्र अहं पृथ्च्या” अर्थात भूमि मेरी माता है और हम इस धरा के पुत्र हैं, कहकर प्रतिष्ठित किया है,तभी से विश्व में नारी महिमा का उद्घोष हो गया था। महान शासक नेपोलियन बोनापार्ट ने नारी की महत्ता को बताते हुए कहा था कि ‘मुझे एक योग्य माता दे दो, मैं…
Read More » -
इतिहास के पन्नों में 23 जूनः बड़े मकसद के लिए डॉ. मुखर्जी ने दी प्राणों की आहुति
स्थान-श्रीनगर, साल-1953, तारीख- 23 जून, समय- तड़के 3:40 बजे। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और अध्यक्ष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत। पूरे देश में हलचल। निष्पक्ष जांच की मांग। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को सख्त विरोधी और देश के दूसरे राज्यों की तरह कश्मीर को देखे जाने के पुरजोर हिमायती डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसी मकसद…
Read More » -
इतिहास के पन्नों में 14 जूनः वो तारीख… जब पड़ी भारत के बंटवारे की नींव
देश-दुनिया के इतिहास में 14 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। वैसे तो हर तारीख अपने अंदर कोई न कोई कहानी समेट कर रखती है। ऐसी ही एक तारीख है-14 जून , 1947। इसी तारीख को कांग्रेस कार्यसमिति ने भारत विभाजन के लिए माउंटबेटन योजना के प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के समक्ष…
Read More » -
इतिहास के पन्नों में 12 जूनः निर्वाचन अमान्य होने से हिल गईं इंदिरा गांधी
देश-दुनिया के इतिहास में 12 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है।यह तारीख ऐसी है जिसने भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सिंहासन को हिला दिया था। इससे इंदिरा गांधी इस कदर घबरा गईं उन्होंने लोकतंत्र को कुचलते हुए देश में आपातकाल लगा दिया। ‘किस्सा कुर्सी का’ काला अध्याय 1975 में शुरू होता है। जून का महीना…
Read More » -
इतिहास के पन्नों में 02 जून
26 वर्ष की आयु में देश के सबसे कम उम्र के विधानसभा सदस्य रहे और 20 विश्वविद्यालयों की डिग्रियां हासिल कर कीर्तिमान रचने वाले भारतीय केंद्रीय सिविल सेवक श्रीकांत जिचकर का 2 जून 2004 को निधन हो गया। नागपुर से लगभग 61 किलोमीटर दूर कोंढाली के पास एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मृत्यु हो…
Read More »