जीएम की तानाशाही के खिलाफ उपायुक्त को शिकायत

हिसार । रोडवेज महाप्रबंधक की तानाशाही, उनके पिता द्वारा सरकारी कार्य में किए जा रहे अनावश्यक हस्तक्षेप व कर्मचारियों के लंबित पड़े कार्यों के खिलाफ सांझा मोर्चा के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारियों का धरना सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा।
धरने पर कर्मचारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि डिपो कर्मचारियों के छोटे-बड़े हजारों कार्य लंबित है और इसके लिए सीधे रूप से महाप्रबंधक के पिता जिम्मेवार है जो सरकारी काम में सीधे रूप से हस्तक्षेप करके बाधा डाल रहे हैं। सांझा मोर्चा के नेताओं ने उपायुक्त से मिलकर उन्हें महाप्रबंधक की तानाशाही व लंबित पड़े कार्यों से अवगत करवाया।
धरने की अध्यक्षता हिसार डिपो प्रधान राजबीर दुहन ने की जबकि संचालन नरेन्द्र सोनी, हांसी सब डिपो प्रधान राजबीर बुडाना एवं सोनू मोर ने किया। सांझा मोर्चा के आह्वान पर दिए जा रहे धरने के दौरान कर्मचारियों ने महाप्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक डिपो स्तर के लंबित कार्य पूरे नहीं होंगे, तब तक धरना, प्रदर्शन जारी रहेगा। इसी के तहत सांझा मोर्चा ने अपने पूर्व घोषित निर्णयानुसार 13 जून को सुबह 10 से 12 बजे तक दो घंटे हिसार डिपो में चक्का जाम का फैसला लिया है। यदि इस पर भी जिला प्रशासन व डिपो प्रशासन की आंखे नहीं खुली तो चक्का जाम के दौरान ही आगामी आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा, जिसके तहत चक्का जाम अनिश्चितकालीन भी हो सकता है।
उन्होंने कर्मचारियों के डिपो स्तर के कार्य न करके महाप्रबंधक उन पर अत्याचार कर रहे हैं और जब उनके खिलाफ आवाज उठाई जाती है तो अर्ध सरकारी पत्र मुख्यालय को लिखकर वे कर्मचारियों पर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं। महाप्रबंधक को यह बात स्पष्ट रूप से समझ लेनी चाहिए कि कर्मचारियों के हितों के लिए जारी संघर्ष में कर्मचारी इस तरह की प्रताड़ना की कार्रवाई से पीछे हटने वाले नहीं है।
धरने पर मुख्य रूप से उपरोक्त नेताओं के अलावा वरिष्ठ नेता सुभाष ढिल्लो, रामसिंह बिश्नोई, डिपो प्रधान अजय दुहन, अमित जुगलान, राजकुमार चौहान, नरेन्द्र खरड़, अरूण शर्मा, सुरेश स्याहड़वा, डिपो सचिव सलीम, उप प्रधान दयानंद सरसाना, हांसी से सचिन गोयत, सुभाष, सुरेश मलिक, हनुमान जांगड़ा सहित सैंकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।
सभी ने नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया महाप्रबंधक एवं उनके पिता की तानाशाही का करारा जवाब दिया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व राज्य प्रधान दलबीर किरमारा भी कर्मचारियों के धरने के समर्थन में पहुंचे और कहा कि वे कर्मचारियों के हितों के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।