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लखनऊ में आम की मिठास और प्रगति का संगम!

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2025’ का किया भव्य शुभारंभ

जन एक्सप्रेस/लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज अवध शिल्प ग्राम, अवध विहार योजना, सेक्टर-9, अमर शहीद पथ पर आम की खुशबू और किसानों की मेहनत का अद्भुत संगम देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज दिनांक 04 जुलाई 2025 को ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2025’ का भव्य उद्घाटन किया। महोत्सव का आयोजन 04 से 06 जुलाई तक चलेगा, जिसमें आम की विविध किस्में, नवाचार, और बागवानी में हुई प्रगति को प्रदर्शित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने प्रगतिशील बागवानों को किया सम्मानित

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्रगतिशील बागवानों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि,

“उत्तर प्रदेश आज आम उत्पादन में देश का सिरमौर बन चुका है। यह केवल कृषि नहीं, हमारी संस्कृति, परंपरा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।”

उन्होंने बागवानी और फल उत्पादन को रोजगार और निर्यात से जोड़ने की दिशा में राज्य सरकार की योजनाओं को भी विस्तार से बताया।

देश-विदेश के खरीददार और विशेषज्ञ भी हुए शामिल

आम महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ विदेशों से आए विशेषज्ञ और खरीददार भी शामिल हुए। दशहरी, लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली जैसी किस्मों ने दर्शकों का ध्यान खींचा। साथ ही आम आधारित उत्पादों की प्रदर्शनी और लाइव कार्यशालाओं ने भी लोगों को खूब आकर्षित किया।

‘एक ज़िला, एक उत्पाद’ योजना को मिला नया आयाम

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में ‘ODOP – एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के तहत आम को बढ़ावा देने और ग्रामीण किसानों को वैश्विक बाज़ार से जोड़ने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि,

“आम के माध्यम से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था और किसानों की आमदनी में क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सकता है

विशेष आकर्षण:

आम की 200 से अधिक किस्में प्रदर्शित

बागवानी तकनीक पर विशेषज्ञ सत्र

किसानों के लिए प्रशिक्षण और सरकार की नई योजनाओं की जानकारी

आम पर आधारित व्यंजन और उत्पादों की प्रदर्शनी

‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2025’ सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि यह राज्य की कृषि समृद्धि, परंपरा और आत्मनिर्भरता का जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश एक बार फिर से कृषि क्षेत्र में “स्वर्णिम युग” की ओर बढ़ रहा है।

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