एएसपी की सक्रियता से मुख्यमंत्री आवास जा रहे किसान हुए वापस
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
बाराबंकी। भारतीय दलित पैंथर मजदूर किसान संगठन के बैनर तले शहर के गन्ना संस्थान में धरने पर बैठे दर्जनों किसान शनिवार को लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मिलने के लिए कूच कर दिए।
धरनास्थल से निकलते ही इन किसानों को क्षेत्र भृमण पर निकले एएसपी उत्तरी आशुतोष मिश्र ने रोक लिया। जहां एएसपी के समझाने पर किसानों ने सहमति जताई और सभी पुनः धनरनास्थल को वापस हो गए। यहां पहुंचे नायब तहसीलदार रामनगर के समुचित आश्वासन पर किसानों ने अपना धरना खत्म कर घरों को वापस हो गए। असल में तहसील रामनगर के ग्राम फत्तेपुरवा मजरे मलौली थाना मसौली में रह रहे भारतीय दलित पैंथर मजदूर किसान के कुछ कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पूर्वजों के शमशान घाट को विपक्षी रामशरण व सुंदर लाल निवासी ग्राम रामपुर थाना सफदरगंज सहित क्षेत्रीय लेखपाल ने मिलीभगत कर अपने खेत में शमशान जोतकर मिला लिया है। जिसके संबंध में तहसील स्तर पर दर्जनों शिकायतें पत्र देने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिसके चलते बीती 10 तारीख से शनिवार 15 तारीख तक भूख हड़ताल व आमरण अनशन किया जा रहा था।
इस बीच 11 तारीख को उप जिलाधिकारी रामनगर द्वारा कहा गया कि आप लोग भूख हड़ताल धरना खत्म कर दें। श्मशान घाट की जमीन को नपवा दिया जाएगा। जिसके बाद भूख हड़ताल के स्थान पर लोगों ने धरना व प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उप जिलाधिकारी के निर्देश पर बीती 13 तारीख को क्षेत्रीय लेखपाल अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने नाप ढंग से नहीं की है। जिसके बाद 14 तारीख को पुनः गन्ना संस्थान पहुंचकर भूख हड़ताल प्रारंभ कर दिया। फिर शनिवार को दिन में 12 बजे किसी जिम्मेदार अधिकारी और कोई सुध न लेने पर किसान जिला अध्यक्ष बलदेव प्रसाद गौतम की अगुवाई में मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हो गए।
धरना स्थल पार करते ही उनकी मुलाकात अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आशुतोष मिश्र से हो गई। जिनके समझाने पर किसान पुनः धरना स्थल को वापस हो गए। यहां पहुंचे नायब तहसीलदार रामनगर के समुचित आश्वासन पर किसानों ने भूख हड़ताल व धरना प्रदर्शन खत्म कर अपने-अपने घरों को चले गए।