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पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान की मुरीद है…

आणंद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस को ‘पाकिस्तान का मुरीद’ करार देते हुए आरोप लगाया कि भारत की सबसे पुरानी पार्टी आज जब ‘मर’ रही है तो उसके लिए पड़ोसी मुल्क के नेता दुआ कर रहे हैं और ‘शहजादे’ को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उतावले हैं। प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी इन खबरों के बीच आई है कि पाकिस्तान में इमरान खान की कैबिनेट के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया और उनकी प्रशंसा की।

मध्य गुजरात के आणंद शहर में आणंद और खेड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘संयोग देखिए, आज भारत में कांग्रेस कमजोर हो रही है। मजा ये है कि यहां कांग्रेस मर रही है और वहां पाकिस्तान रो रहा है। कांग्रेस के लिए अब पाकिस्तानी नेता दुआ कर रहे हैं। शहजादे (राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए) को प्रधानमंत्री बनाने के लिए पाकिस्तान उतावला है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि हम पहले से ही जानते हैं कि कांग्रेस पाकिस्तान की ‘मुरीद’ है। पाकिस्तान और कांग्रेस की साझेदारी का पर्दाफाश हो गया है। यह दिखाता है कि देश के दुश्मन भारत में मजबूत नहीं बल्कि कमजोर सरकार चाहते हैं।’’ मोदी ने विपक्ष के नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम के ‘वोट जिहाद’ के आह्वान को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ‘‘अब ‘इंडिया’ गठबंधन ‘वोट जिहाद’ का आह्वान कर रहा है। हमने अब तक ‘लव जिहाद’ और ‘लैंड जिहाद’ के बारे में सुना है। यह (वोट जिहाद) एक शिक्षित मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति द्वारा कहा जाता है, न कि मदरसे में पढ़ने वाले किसी व्यक्ति द्वारा। मुझे आशा है कि आप सभी जानते हैं कि जिहाद का अर्थ क्या है।

यह लोकतंत्र का अपमान है और कांग्रेस के किसी भी नेता ने इसकी निंदा नहीं की है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश के संविधान में बदलाव कर मुस्लिमों को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों का आरक्षण देना चाहती है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को चुनौती दी कि वह लिखित में दे कि वह धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान करने के लिए संविधान में बदलाव नहीं करेगी और वह उन राज्यों में मुसलमानों को पिछले दरवाजे से कोटा नहीं देगी जहां वह सत्ता में है।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने कभी एसटी और एससी की परवाह नहीं की। नब्बे के दशक से पहले कांग्रेस ओबीसी आरक्षण यानी बक्षीपंच को आरक्षण की भी पक्षधर नहीं थी। बरसों से ओबीसी समाज कहता रहा कि ओबीसी कमीशन को, बक्षीपंच आयोग को संवैधानिक दर्जा मिले। कांग्रेस ने उनकी एक नहीं सुनी।’’

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