
जन एक्सप्रेस/ लखनऊ : NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जो की पिछले 9 महीने से अंतरिक्ष में फंसी हुई थी वह अब आखिरकार स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए धरती पर वापस आ गयीं है। 286 दिनों की यह रोमांचक यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न कर सुनीता के लौटने से पूरे देश उन्हें बधाइयाँ दे रहा है। उनका स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के समुद्र में लैंड हुआ। सुनीता विलियम्सन के साथ साथ उनके 4 और अंतरिक्ष यात्री थे जो वापस लौटे।
8 दिन का मिशन बन गया 9 महीने का सफर
सुनीता विलियम्सन, उनके साथी बुच विल्मोर एस्ट्रोनॉट, बोइंग और NASA के 8 दिन के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे, लेकिन स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर्स में आई परेशानी के कारण इनका 8 दिन का सफर 9 महीने में बदल गया। इस मिशन को सफल बनाने का उद्देश्य बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता को टेस्ट करना था। 5 जून 2024 को रात 8:22 बजे एटलस V रॉकेट के जरिए बोइंग का स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट लॉन्च हुआ था। ये 6 जून को रात 11:03 बजे स्पेस स्टेशन पहुंचा था। इसे रात 9:45 बजे पहुंचना था, लेकिन रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टर में परेशानी आ गई थी। ऐसे में स्पेसक्राफ्ट के सुरक्षित रूप से लौटने पर चिंताएं थी। स्पेसएक्स ने जब 28 सितंबर 2024 को क्रू-9 मिशन लॉन्च किया तो इसमें भी 4 एस्ट्रोनॉट जाने वाले थे, लेकिन सुनीता और बुच के लिए दो सीट खाली रखी गई। 15 मार्च 2025 को SpaceX ने 4 एस्ट्रोनॉट्स के साथ क्रू-10 मिशन लॉन्च किया। हालांकि, बाद में नासा ने क्रू-9 को वापस लाने में हो रही देरी को देखते हुए क्रू-10 के लिए पुराने एंड्यूरेंस स्पेसक्राफ्ट के ही इस्तेमाल का फैसला लिया। जिसके बाद उनका पृथवी पर आना संभव हुआ।
पीएम मोदी ने दी बधाई, सुनीता विलियम्स को बताया ‘भारत की बेटी’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नासा (Nasa) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space station) से पृथ्वी पर लौटने की सराहना की और बधाई देते हुए कहा उन्हें गर्व है भारत की बेटी पर। उन्होंने कहा कि क्रू 9 का दृढ़ संकल्प लाखों लोगों को प्रेरित करेगा। पीएम मोदी ने एक्स (X) पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आईएसएस (ISS) का मिशन साहस, हिम्मत और असीम मानवीय भावना की परीक्षा थी। सुनीता विलियम्स और क्रू 9 के अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया है कि दृढ़ता का वास्तव में क्या अर्थ है। विशाल अज्ञात के सामने उनका अटूट संकल्प हमेशा लाखों लोगों को प्रेरित करेगा।