देश
पशुओं के आतंक के कारण खेतों में गुजर रही है किसान रातें
जन एक्सप्रेस/सिदाकत मंसूरी।
मोहम्मदी खीरी। बरवर आवारा मवेशियों से परेशान किसान अब फसल बचाने के लिए खेतों में आशियाना बनाने लगे हैं मेहनत से तैयार हुई किसानों की फसल आवारा घूमने वाले मवेशी लगातार उजाड़ रहे हैं फसल बचाने के लिए किसानों को रात रात भर जागना पड़ रहा है किसान साल भर के लिए खाने पीने के लिए कर्ज लेकर इस समय हरी मटर गेहूं मसूर, चना, गेंहू, आलू,।टमाटर ,आदि फसलें तैयार करने में जी-जान से जुटे हुए हैं लेकिन इस समय क्षेत्र में आवारा घूमने बाले मवेशी कहीं उन्हें बर्बाद न कर दें इसके लिए वह इतने भीषण सर्दी व पाला के मौसम में जहरीले कीड़ों मकोड़ो की परवाह न करते हुए रात व दिन भर जागकर रखवाली कर रहे हैं उन्होंने कई बार गोवंश को पकड़वाने की मांग की उसके बावजूद सैकड़ों से ज्यादा मवेशी सड़कों और खेतों में विचरण कर रहे हैं क्षेत्र के ग्राम साहूपुर ,भौनापुर, रसूलपुर तफज्जुल हुसैन आदि गांव में अभी तक पूरी तरह से गोवंश बंद नहीं किए जा रहे हैं इससे किसान के खेत में खड़ी फसलें मवेशी उजाड़ रहे हैं बर्फीली सर्द रातों में किसान अपनी फसल रात भर जागकर बचाने के लिए मजबूर हैं लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन सही ढंग से नहीं कर रहे हैं गौवंस को पकड़ने के लिए क्षेत्र प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की और ना ही उनको पकड़ पाया जा रहा है जबकि नगर में कन्हा अस्थाई गौशाला का निर्माण भी कराया जा चुका था लेकिन नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी लापरवाही के चलते अभी भी अधर में लटका हुआ है।किसान अनुराग कहते हैं आवारा घूमने बाले पशु फसलो को बर्बाद करते हैं और निकलने बाले मार्गो पर जमाव से निकलने बालो में डर बना रहता है।किसान अनूप शुक्ला का कहना है इन जानवरों से खेतों में तो नुकसान है ही साथ घर के दरवाजे पर बंधी भैंसी को भी नुकसान पहुंचाते हैं।किसान राकेस कुमार गौतम का कहना है हम किसान दिन रात एक कर फसल को तैयार करते हैं और काफी पैसा खर्च होता उसके बाद इन आवारा घूमने बाले पशुओं से बचना मुश्किल है।