वन मंत्री कंवरपाल ने यात्रा को हरी झंडी देकर किया रवाना
यमुनानगर । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सोमवार काे गंगा, जमुना, सरस्वती तीनों महानदियों की ऐतिहासिक यात्रा एक ही दिन में पूर्ण की गई। यह अपने आप में एक विचित्र संगम है। इस यात्रा में यात्रियों ने दिल्ली व अन्य राज्यों से भारी संख्या में भाग लिया।
यात्रा के मुख्य संयोजक अरविंद गोयल झंडेवाला मंदिर नई दिल्ली से यात्रा में भारी संख्या में यात्रियों को लेकर शामिल हुए। यात्रा के मार्गदर्शक पर्यावरण विद् एवं प्राकृतिक चिकित्सा गुरु आचार्य राजेंद्र अटल उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से उत्सव मनाते हुए यात्रियों के साथ शामिल हुए।
इस यात्रा की शुरूआत शिक्षा, वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवरपाल ने संत आश्रम बिलासपुर से हरी झंडी दिखाकर की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गंगा, यमुना, सरस्वती पवित्र नदी है। इन नदियों की पवित्रता सदा बनी रहे। लोगों में आस्था का माहौल बने इसके लिए पर्यावरण दिवस पर इस यात्रा का शुभारंभ किया गया। इस यात्रा से समाज के लोगों में आस्था का माहौल बनेगा। उन्होंने कहा कि नदी के नजदीक पौधारोपण हो। नदियों में कोई गंदा पानी न डाले। नदियों को पूजनीय मानते हुए इनकी देख-रेख करे। उन्होंने कहा कि सरस्वती उदगम स्थान को विकसित करके प्रदेश के लोगों की आस्था को बढाने का काम किया है।
उन्होंने जनता से अपील की है कि वह अपनी नदियों को धरोहर के रूप में सम्मान दे तभी हमारी नदियां बच सकेगी। प्राकृतिक चिकित्सा गुरु आचार्य राजेंद्र अटल ने कहा कि ऐसी यात्राएं करना जरूरी है।