जेल भरो आंदोलन के तहत हुआ प्रदर्शन, 80 से ज्यादा ने दी गिरफ्तारी
चित्तौड़गढ़ । ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार की और से चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर लगातार प्रदर्शन जारी है। अपने सत्याग्रह के 22वें दिन रविवार को गिरफ्तारियां दी। इस दौरान 80 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें महिलाएं भी शामिल रही। पीड़ित निवेशकों ने प्रदर्शन के दौरान जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने की मांग रखी लेकिन उपस्थित अधिकारियों ने अवकाश के कारण असमर्थता जाहिर की। इधर, प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहे। कोतवाली थाने के अलावा पुलिस लाइन से भी जाप्ता तैनात किया गया।
ठगी पीड़ित जमाकर्ता संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सुराणा ने बताया कि सरकार ने वर्ष 2019 में देश के ठगी पीड़ितों को उनकी डूबी हुई जमा राशि के भुगतान की गारंटी देते हुए अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी अधिनियम बनाया था। इसमें सरकार और संसद ने ठगी पीड़ित आवेदकों को 180 दिन में उनकी जमा राशि का दो से तीन गुणा भुगतान करने की बात कही थी। यह कानून उन तमाम कम्पनीज व सोसाइटीज फर्म निधि नॉन बैंकिंग कम्पनी इत्यादि के निवेशकों के भुगतान के लिए बनाया था। इनका जमाधान उन्हें 21 फरवरी 2019 तक वापस नहीं मिला है। संसद ने सर्वसम्मति से BudsAct 2019 में मल्टीस्टेट क्रेडिट कॉपरेटिव सोसाइटी एक्ट 2002, Sebi Act, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट 1934 और कुछ अन्य कानूनों की कुछ धाराओं को भी इसमें सम्मिलित करते हुए व्यवस्था दी थी। जिलाध्यक्ष ने बताया कि मोदी सरकार ने और न किसी राज्य सरकार ने कानून बन जाने के लम्बे अंतराल में बाद भी किसी भी पीड़ित का भुगतान नहीं किया है।
सरकार ने ठगी पीड़ितों के भुगतान के लिए बनाये गए एक्ट को कमजोर करने की नीयत के षड़यंत्र के तहत अपने विवेकाधिकारों का दुरूपयोग करते हुए अनेक फर्जी रिफंड पोर्टल, परिसमापक इत्यादि नियुक्त कर दिए हैं, इससे निवेशक झांसे में आकर और भ्रमित होकर एक्ट का उपयोग ही न कर सकें। केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए उनका संगठन और जिले के समस्त ठगी पीड़ित ने पीएम से इस्तीफे की मांग की। यहां गिरफ्तारी देने वालों में संगठन के पदाधिकारी सहित बड़ी की संख्या में महिला पुरुष निवेशक शामिल रहें। गिरफ्तारी देने में संख्या बल अधिक होने से पुलिस के वाहन कम पड़ गए। इधर, ठगी पीड़ितों के प्रदर्शन को देकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहे। यहां कोतवाली सीआई संजीव स्वामी सहित कोतवाली थाने का जाप्ता और लाइन से भी अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया। सभी गिरफ्तारी देने वालों को पुलिस लाइन से लाई गई बसों कलक्टर चौराहे से बिठा कर अन्यंत्र छोड़ा गया।