बांदा जिले में छुट्टा पशुओं से फसल बर्बाद, किसान ने लगाई फांसी
अन्ना जानवरों से परेशान किसान ने की आत्महत्या

जन एक्सप्रेस, बांदा: बांदा जिले के पैलानी थाना क्षेत्र के शेखुपुर गांव में एक किसान ने अन्ना जानवरों द्वारा फसल बर्बाद कर दिए जाने के बाद आत्महत्या कर ली। किसान की पहचान सुल्तान सिंह के रूप में हुई है, जिन्होंने अपनी मेहनत से तैयार फसल को बर्बाद होते देख फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों ने बताया कि सुल्तान सिंह ने बेटी की शादी के लिए बैंक से लोन लिया था और उनकी फसल ही वह एकमात्र साधन थी जिससे कर्ज चुकाया जा सकता था। फसल बर्बाद होने से वे गहरे सदमे में थे।
फसल बर्बादी ने लिया पिता-पुत्र दोनों का जीवन
सुल्तान सिंह की आत्महत्या ने उनके परिवार पर गहरा असर डाला है। दुखद बात यह है कि 2015 में सुल्तान सिंह के पिता की भी फसल बर्बादी के चलते सदमे से मौत हो गई थी। परिवार का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से अन्ना जानवरों की समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सुल्तान सिंह की आत्महत्या ने सरकार के छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार के दावों पर उठे सवाल, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
उत्तर प्रदेश सरकार लगातार छुट्टा पशुओं से निपटने के लिए गोशालाओं और अन्य उपायों का दावा करती रही है, लेकिन किसानों को अभी भी राहत नहीं मिल पा रही है। परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि शिकायतों के बावजूद अन्ना जानवरों से उन्हें कोई राहत नहीं मिली। सुल्तान सिंह की आत्महत्या ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अन्ना जानवरों की समस्या से जूझते किसान अब हताशा में अपनी जान तक गंवा रहे हैं। प्रशासन और सरकार को इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है ताकि किसानों की मेहनत और जिंदगी दोनों सुरक्षित रहें।